Manali: चंद्रताल झील निहारने के लिए हो जाएं तैयार; ग्रांफू-समदो मार्ग बहाल, पिछले साल नवबंर में हुआ था बंद
Manali News हिमाचल प्रदेश के चंद्रताल झील को अब पर्यटक निहार सकेंगे। ग्रांफू-समदो मार्ग बहाल कर हो गया है। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने बर्फ हटाने का कार्य पहले ही कर दिया था लेकिन हिमस्खलन के कारण मार्ग यातायात के लिए बहाल नहीं हो पाया था।
जागरण संवाददाता, मनाली: प्रकृति प्रेमी व रोमांच का शौक रखने वाले पर्यटक चंद्रताल झील निहारने के लिए तैयार हो जाएं। लगभग 4,300 मीटर (14,100 फीट) की उंचाई पर स्थित प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध चंद्रताल झील को अब पर्यटक देख सकेंगे। पिछले साल नवंबर में हिमपात से बंद ग्रांफू-समदो मार्ग बहाल हो गया है। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने बर्फ हटाने का कार्य पहले ही कर दिया था लेकिन हिमस्खलन के कारण मार्ग यातायात के लिए बहाल नहीं हो पाया था।
मार्ग फोर बाय फोर वाहनों के लिए मार्ग बहाल
लाहुल स्पीति प्रशासन ने वीरवार से यह मार्ग फोर बाय फोर वाहनों के लिए बहाल कर दिया है। छोटा दड़ा से लोसर तक सड़क की हालत खराब है जिसे देखते हुए फिलहाल फोर बाय फोर वाहनों को ही अनुमति दी गई है। प्रशासन ने ग्रांफू व लोसर के बीच यातायात सुचारू रखने के लिए समयसीमा निर्धारित की है। मनाली की ओर ग्रांफू से जबकि काजा की ओर लोसर से सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक ही वाहन आ-जा सकेंगे।
दोपहर दो बजे के बाद नहीं होगी वाहनों के जाने की अनुमति
दोपहर दो बजे के बाद किसी भी वाहन को जाने की अनुमति नहीं होगी। ग्रांफू से बातल तक लाहुल पुलिस जबकि बातल से लोसर तक काजा पुलिस हालात पर नजर रखेगी। पुलिस ने आने जाने वालों पर नजर रखने के लिए लोसर में पहले ही अस्थायी चौकी स्थापित कर दी है। मनाली व लाहुल की ओर से काजा जाने वाले पर्यटक कोकसर में जबकि काजा से मनाली, लाहुल आने वाले पर्यटक लोसर पुलिस चौकी में अपना नाम व पता दर्ज करवाएंगे।
प्रशासन ने बीआरओ अधिकारियों के साथ सयुंक्त निरीक्षण किया
बुधवार को लाहुल स्पीति प्रशासन ने बीआरओ अधिकारियों के साथ सयुंक्त निरीक्षण किया था। सड़क की हालात सामान्य पाए जाने पर प्रशासन ने वीरवार को वाहनों की आवाजाही की अनुमति दे दी। हालांकि अभी फोर बाय फोर वाहन ही इस मार्ग पर जा रहे हैं लेकिन हालात सुधरने पर सभी छोटे-बड़े वाहनों की आवाजाही शुरू हो जाएगी। कोकसर से काजा के बीच कोकसर, छतड़डू, बातल व लोसर में ढाबे भी खुल गए हैं। पर्यटक इन स्थानों में भोजन कर सकते हैं।