कुल्लू व भुंतर बन गए कूड़ेदान
पिरडी कूड़ा संयंत्र का विकल्प ढूंढने में देरी से कुल्लू
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संवाद सहयोगी, कुल्लू :
पिरडी कूड़ा संयंत्र का विकल्प ढूंढने में देरी से कुल्लू व भुंतर कूड़ेदान में तबदील होने लगे हैं। आलम यह है कि भुंतर में कूड़े के जगह-जगह ढेर लग गए हैं। पिछले दिनों हुई बारिश से भुंतर शहर का आधा कूड़ा तो पानी के बहाव के साथ ब्यास में समा गया है जबकि अन्य स्थानों पर हालात खराब हैं। भुंतर के बैली ब्रिज, सब्जी मंडी चौक, मणिकर्ण चौक, पारला भुंतर, सैनिक चौक में कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। लोग मुंह पर रूमाल रखकर रास्तों से गुजरने को मजबूर हैं।
पिरड़ी कूड़ा संयंत्र में सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार अब कूड़ा-कचरा फेंकने पर पूरी तरह से मनाही के बाद अब भुंतर में कूड़े के ढेर लगना शुरू हो गए हैं। जून 2017 में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने पिरड़ी कूड़ा संयंत्र को यहां से शिफ्ट करने के आदेश जारी किए हैं लेकिन इतना समय बीत जाने के बाद भी जिला प्रशासन व नगर परिषद कुल्लू व नगर पंचायत भुंतर इसके लिए भूमि का चयन तक नहीं कर पा रही है और कूड़ा सरेआम खुले में फेंका जा रहा है। कूड़ा पानी के बहाव से नदियों में भी बह रहा है। इससे एनजीटी के आदेशों की भी धज्जियां उड़ाई जा रही है। पिछले लगभग दो वर्षों में सुप्रीम कोर्ट की ओर से तीन-चार बार इस स्थान को शिफ्ट करने की कई मोहलत भी दी जा चुकीं है लेकिन कुल्लू प्रशासन अपने सुस्त रवैये के चलते इतने लंबे समय में भी इसके लिए भूमि का चयन नहीं कर पाया है। अब पिरड़ी स्थित कूड़ा संयंत्र मामले में सुप्रीम कोर्ट ने जिला प्रशासन व नगर परिषद की अपील को खारिज करते हुए तगड़ा झटका दिया है और साथ ही दो जनवरी से यहां पर कूड़ा फेंकने पर भी पूर्ण रूप से प्रतिबंध भी लगा दिया है। हालात यह हैं कि भुंतर नगर पंचायत डोर-टू-डोर कूड़ा उठाकर हर वार्ड में खुले में फेंकने को मजबूर है। इसके चलते अब भुंतर भी कूड़े कचरे में तबदील होता नजर आ रहा है। प्रवेश द्वार होने के कारण सैलानियों का स्वागत भी कूड़े से हो रहा है। भुंतर के दौलत राम, भोले राम, मुनीष कौंडल, अंजना, शालू व राधा सहित अन्य लोगों ने जिला प्रशासन से डं¨पग साइट स्थानांतरित करने की अपील की है ताकि शहर को कूड़े कचरे से फैलने वाली गंदगी और इससे होने वाली बीमारियों से बचाया जा सके।
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पिरड़ी में कूड़ा संयंत्र में कूड़ा फेंकने पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध हैं। इसके चलते इस तरह की समस्या से जूझना पड़ रहा है। इसका शीघ्र ही समाधान किया जा रहा है तब तक शहरवासी नगर पंचायत का सहयोग करें।
कर्ण सेठी, प्रधान नगर पंचायत भुंतर ।