मनाली की सुंदरता को लगा ग्रहण
जागरण संवाददाता, मनाली : नगर परिषद मनाली ने सैलानियों की सुविधा के लिए कूड़ेदान लगाए हैं।
जागरण संवाददाता, मनाली : नगर परिषद मनाली ने सैलानियों की सुविधा के लिए कूड़ेदान लगाए हैं। कुछ दिन सब ठीक रहने के बाद अब कूड़ेदान गुटखा खाने वालों का शिकार होने लगे हैं। कूड़ेदानों की सुंदरता गटखा खाने वालों ने खराब कर दी है। वहीं मनाली के मालरोड पर करोड़ों खर्च कर लगाए गए पत्थर व ग्रेनाइट भी उखड़ने शुरू हो गए हैं। इससे निर्माण सामग्री पर प्रश्न खड़ा हो गया है। इसके साथ ही व्यापार मंडल द्वारा हजारों रुपये से मालरोड पर क्यारियों की सुरक्षा के लिए लगाई गई जाली भी देखभाल के अभाव में गायब हो गई है। पर्यटकों के पैदल घूमने के मकसद से करोड़ों रुपये की लागत से निर्मित मालरोड की सुंदरता पर लापरवाह लोगों की वजह से ग्रहण लगना शुरू हो गया है।
मालरोड पर धूमपान करने, भीख मांगने, कचरा फेंकने व फेरी वालों पर प्रतिबंध है। पान गुटखा खैनी आदि खा कर थूकने वालों और फूलों की क्यारियों में डिस्पोजेवल कप प्लेटस, पानी की खाली बोतलें आदि कचरा फेंकने वालों को मानो खुली छूट दे रखी हो। स्थानीय पुलिस धूमपान करने वालों पर कार्रवाई करती कभी-कभी नजर आती है पर कचरा फैलाने वालों या मालरोड पर थूकने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं होती।
स्थानीय निवासी संजय, विवेक कुमार, रमेश, कर्म सिंह के अनुसार मनाली में दूसरे राज्यों के मजदूरों का आगमन बढ़ रहा है। मजदूर शाम के समय मालरोड पर थकान मिटाते नजर आते हैं। यह लोग पान गुटखा खैनी का धड़ल्ले से प्रयोग करते और इधर उधर थूकते हैं। उनके अनुसार ऐसे लोगों पर अगर स्थानीय प्रशासन व पुलिस कार्रवाई करे तो मालरोड की र्सदरता को बरकरार रखा जा सकता है।