Move to Jagran APP

देश सेवा का जज्बा, तोड़ा बर्फ का कवच

जागरण संवाददाता, मनाली : अगर मन में देश सेवा का जज्बा हो और कुछ कर गुजरने की तमन्ना हो त

By JagranEdited By: Published: Wed, 21 Nov 2018 08:22 PM (IST)Updated: Wed, 21 Nov 2018 08:22 PM (IST)
देश सेवा का जज्बा, तोड़ा बर्फ का कवच
देश सेवा का जज्बा, तोड़ा बर्फ का कवच

जागरण संवाददाता, मनाली : अगर मन में देश सेवा का जज्बा हो और कुछ कर गुजरने की तमन्ना हो तो आपको कोई भी नहीं रोक सकता है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है लाहुल के चार युवाओं ने। जिस रोहतांग दर्रे को बहाल करने से बीआरओ व प्रशासन ने हाथ खड़े कर दिए हैं, उसे इन चारों युवाओं ने पैदल पार कर दिखाया है।

loksabha election banner

लाहुल की पटन घाटी के युवक अशोक, राम ¨सह, शाम लाल व देवी ¨सह पंजाब में हुई डोगरा रेजीमेंट की भर्ती में भाग लेने के लिए गए थे और वहां पर वे चारों भर्ती हो गए। 14 नवंबर को वापस घर जाने के लिए पहुंचे तो उन्होंने प्रशासन से उन्हें रोहतांग सुरंग से जाने की अनुमति मांगी लेकिन उन्हें जाने नहीं दिया गया। फिर भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और बर्फ से ढके 13050 फीट ऊंचे रोहतांग दर्रे को पैदल पार कर घर का रूख किया। उन्होंने तीन दिन तक घर में दस्तावेज बनवाने के बाद जब वापसी की राह पकड़ी तो उन्हें फिर रोहतांग सुरंग से जाने की अनुमति नहीं दी गई। चार दिन तक इंतजार करने के बाद भी उन्हें अनुमति नहीं मिली तो चारों युवकों ने रोहतांग सुरंग को पैदल पार किया और बुधवार को मनाली पहुंचने के बाद पंजाब के लिए रवाना हो गए।

-----------------

15 नवंबर को ही बीआरओ ने छोड़ दिया था साथ

रोहतांग दर्रे के बंद होने से लाहुल घाटी में जनजीवन अस्त-व्यस्त होने के साथ बीमार लोगों व विद्यार्थियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा है। लाहुल के नाल्डा गांव की एक लड़की को भी विनती करने के बाद समय पर सुरंग से नहीं भेजा। लाहुल के सलग्रा से मनाली आ रही दो महिलाए सुरंग में बेहोश हो गई थीं। 70 से अधिक लोग आपा खोने के बाद झगड़ा कर सुरंग से पैदल मनाली चल पड़े। बीआरओ ने दर्रा बहाल न करने की जिद को पकड़े रखा है। हर साल दिसंबर तक रोहतांग दर्रे को खुला रखने वाला बीआरओ इस बार 15 नवंबर को ही लाहुलियों का साथ छोड़ गया है। इस बीच लाहुल के लोगों ने अपने स्तर पर रोहतांग को बहाल करने की योजना बनाई है और पौने दो लाख रुपये एकत्रित कर लिए हैं।

-----------------

दिल्ली तक पहुंची लाहुलियों की आवाज

लोगों की ओर से चंदा एकत्रित करने की गूंज दिल्ली तक जा पहुंची है। कृषि मंत्री डॉ. रामलाल मार्कंडेय व सांसद रामस्वरूप की मेहनत रंग लाई और बीआरओ रोहतांग बहाली को मान गया है। अब जब रोहतांग दर्रा बहाल होगा तो सभी लोगों को राहत मिलेगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.