बाढ़ से मत्स्य पालकों को लाखों की चपत
मत्स्य व्यवसाय से जुड़े कारोबारियों को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। तीन मत्स्य पालकों के फार्म क्षतिग्रस्त हो गए हैं और लाखों की मछली बाढ़ में बह गई है ।
कुल्लू, जेएनएन। जिला कुल्लू में पिछले दिनों हुई बारिश के कारण जहां लोगों को नुकसान हुआ है वहीं नालों में बाढ़ आने से मत्स्य पालकों को चपत लगी है। मत्स्य व्यवसाय से जुड़े कारोबारियों को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। कुल्लू के पाहनाला में तीन मत्स्य पालकों के फार्म क्षतिग्रस्त हो गए हैं और लाखों की ट्राउट मछली बाढ़ में बह गई है तथा कुछ टैंक में मिट्टी भरने से मर गई हैं। अब मत्स्य पालकों को भारी खर्च करके टैंक की मरम्मत करनी पड़ेगी और ट्राउट के नए बीज डालने पड़ेंगे।
जिला ट्राउट फामर्स एसोसिएशन के प्रधान शक्ति सिंह जंबाल ने बताया कि कुल्लू के पतलीकूहल स्थित बड़ाग्रां नाले में बाढ़ से सरकारी मछली फार्म व साथ लगते एक अन्य मत्स्य पालक की लाखों की मछलियां टैंक में मिट्टी भरने के कारण मर गई हैं। यदि अब इन बाढ़ प्रभावित मत्स्य पालकों के फार्म बंद होने की कगार पर पहुंच गए हैं और इस समय यदि इन सभी को सरकार की सहायता नहीं मिलती है तो पालकों का कारोबार बंद हो जाएगा। उन्होंने मत्स्य विभाग से मांग की है कि जहां बाढ़ के कारण मत्स्य पालकों को नुकसान हुआ है उसका पूरा एस्टीमेट बनाकर सरकार को भेजा जाए। उन्होंने बताया कि जल्द टैंक को हुए नुकसान की मरम्मत करके इसमें और मछली के बच्चे डालकर अपना व्यवसाय फिर से शुरू कर सकें।