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सौर सिंचाई योजना ने बदली तकदीर

संवाद सहयोगी कुल्लू हर खेत तक पानी पहुंचाकर किसानों की आय को दोगुणा करने के केंद्र

By JagranEdited By: Published: Wed, 10 Jun 2020 05:21 PM (IST)Updated: Wed, 10 Jun 2020 05:21 PM (IST)
सौर सिंचाई योजना ने बदली तकदीर
सौर सिंचाई योजना ने बदली तकदीर

संवाद सहयोगी, कुल्लू : हर खेत तक पानी पहुंचाकर किसानों की आय को दोगुणा करने के केंद्र और प्रदेश सरकार के संकल्प को साकार करने के लिए कुल्लू जिला में भी तेजी से कार्य किया जा रहा है। भुंतर स्थित छोटा भुईंन गांव के किसान रणजीत सिंह केंद्र सरकार की सौर सिचाई योजना से खेतों को पानी के फव्वारों से तर कर फल व सब्जियां उगाकर लाखों रुपये कमा रहे हैं। बकौल रणजीत वह पुश्तैनी जमीन पर वर्षों से खेती कर रहे रणजीत सिंह पूरी तरह बारिश पर ही निर्भर रहते थे। गांव के आसपास पानी का कोई स्थायी स्त्रोत भी नहीं था और न सिचाई का कोई अन्य साधन। लगभग दस बीघे के अच्छे समतल खेत उनके लिए खेती घाटे का सौदा बन रहे थे। कई बार सिचाई के लिए विकल्प खोजने का प्रयास किया, लेकिन हर बार धन की कमी ही आड़े आ रही थी। ऐसी कठिन परिस्थितियों में कृषि विभाग की भू संरक्षण विग की सौर सिचाई योजना उनके जीवन में नई खुशहाली लेकर आई। सौर सिचाई योजना का लाभ उठाने के लिए मृदा संरक्षण विग के कार्यालय में आवेदन कर दिया और उसके बाद उनके खेतों में बोरवैल और सौर सिचाई योजना के उपकरण स्थापित करने के लिए 80 प्रतिशत अनुदान के तहत लगभग तीन लाख 20 हजार रुपये का बजट मंजूर हो गया। उन्होंने इस धनराशि से अपने खेतों में एक बोरवैल, तीन हॉर्स पॉवर की मोटर, सौर पैनल, पाइपलाइन और आधुनिक फव्वारे स्थापित किए और उसके बाद उनकी दस बीघे से अधिक जमीन में हरियाली बरसने लगी। अब वह अपने खेतों में एक साथ कई नकदी फसलें उगा रहे हैं। सेब, अनार, नाशपाती, जापानी फल और किवी के लगभग 400 पेड़ लगाने के साथ-साथ वह अपने खेतों में बेमौसमी सब्जियों का उत्पादन भी कर रहे हैं।

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सौर सिचाई योजना और सूक्ष्म सिचाई उपकरणों पर किसानों को 80 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है। जिला के 38 किसान इस योजना का लाभ उठा चुके हैं। रणजीत सिंह को भी इसी योजना के तहत लगभग तीन लाख 20 हजार रुपये का अनुदान दिया गया है।

-मनोज गौतम, उपमंडलीय भू संरक्षण अधिकारी कुल्लू ।


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