पर्यावरण संरक्षण के लिए लाहुल-स्पीति जिले की पहल
जागरण संवाददाता केलंग पर्यावरण संरक्षण के लिए लाहुल-स्पीति जिला ने एक कदम और आगे बढ़ा
जागरण संवाददाता, केलंग : पर्यावरण संरक्षण के लिए लाहुल-स्पीति जिला ने एक कदम और आगे बढ़ाया है। लाहुल-स्पीति प्रशासन ने ठोस कचरा प्रबंधन पर स्कूली बच्चों को जागरूक करने के उद्देश्य से गतिविधि निर्देशिका बनाई है। इसका विमोचन वीरवार को केलंग में उपायुक्त पंकज राय ने किया।
ठोस कचरा निष्पादन के विषय को सह-संज्ञानात्मक गतिविधि के रूप में शामिल करने वाला लाहुल-स्पीति हिमाचल का पहला जिला बन गया है। यह गतिविधि निर्देशिका दो खंडों में तैयार कर प्राथमिक स्तर पर संक्षिप्त सरल व माध्यमिक स्तर पर विस्तृत, दृश्य श्रव्य माध्यम के रूप में उपलब्ध करवाई गई है।
पंकज ने कहा कि ठोस कचरा प्रबंधन की आवश्यकता को देखते हुए स्कूली बच्चों को विशेष रूप से जागरूक करने के लिए यह विषय पायलट आधार पर कुछ स्कूलों के सह-संज्ञानात्मक गतिविधि विषय में जोड़ा गया था। स्कूली बच्चे संदेश को आसानी तक लोगों तक पहुंचाते हैं।
इस विषय को प्राथमिक व माध्यमिक स्तर के बच्चों को अनौपचारिक रूप से पढ़ाया जाएगा। लाहुल-स्पीति में गीले कचरे को लोग पहले से ही खेतों में खाद के रूप में प्रयोग करते हैं।
ठोस कचरा प्रबंधन के लिए आईआईटी दिल्ली से एमओयू साइन किया है तथा जल्द ही पूरे लाहुल में ठोस कचरे के एकत्रीकरण, प्रबंधन व निदान की व्यवस्था लागू की जाएगी। पहले चरण में 43 लाख रुपये से सिस्सू, उदयपुर, त्रिलोकनाथ, तांदी संगम, दीपकताल, चंद्रताल आदि पर्यटक स्थलों पर कुल 50 शौचालय स्थापित किए जा रहे हैं।
साथ ही नगर निगम शिमला के सौजन्य से 20 डंपर व एक वाहन की व्यवस्था प्रशासन द्वारा कर दी गई है। स्कूल खुलने पर प्रत्येक सप्ताह में एक दिन छात्रों-शिक्षकों द्वारा परिसर की स्वच्छता का अभियान चलाया जाएगा। 15 अप्रैल को सभी महिलमंडलो, युवा मंडलों तथा प्रशासन द्वारा पूरे लाहुल-स्पीति में व्यापक स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा। इस अवसर पर जिला परिषद अध्यक्ष रमेश, प्रिसिपल डाईट सुरेश कटोच व अन्य मौजूद रहे।