सितंबर तक तैयार होगी अटल रोहतांग सुरंग
बीआरओ डीजी लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह अपने एक दिवसीय दौरे के दौरान बुधवार सुबह हवाई सेवा द्वारा रोहतांग सुरंग के साउथ पोर्टल पर पहुंचे। उन्होंने रोहतांग सुरंग के साउथ व नॉर्थ पोर्टल में जाकर कार्य का जायजा लिया।
जागरण संवाददाता, मनाली : सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के डीजी लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह ने बुधवार सुबह अटल रोहतांग सुरंग के साउथ व नॉर्थ पोर्टल का दौरा किया। उन्होंने कामगारों का हौसला बढ़ाया और बीआरओ रोहतांग सुरंग परियोजना के चीफ इंजीनियर केपी पुरशोथमन से तमाम जानकारी ली। इसके बाद मनाली के सोलंगनाला स्थित बीआरओ सुरंग परियोजना के मुख्यालय में बीआरओ अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने अटल रोहतांग सुरंग के कार्य पर संतोष जताया व इसे और गति देने के निर्देश दिए। दीपक परियोजना के चीफ इंजीनियर ब्रिगेडियर एमएस बाघी ने भी डीजी संग मनाली-लेह मार्ग की चर्चा की। उन्होंने कहा कि मार्च के अंत में रोहतांग दर्रा भी बहाल कर लिया जाएगा।
बीआरओ के डीजी लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह ने पत्रकारों को बताया कि अटल रोहतांग सुरंग का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। सितंबर तक निर्माण कार्य पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं। 8.8 किलोमीटर लंबी इस सुरंग के बनने से लाहुल घाटी की दूरी मनाली से 46 किलोमीटर कम हो जाएगी।
तीन और सुरंगों का होगा निर्माण
उन्होंने बताया कि लद्दाख में चीन की अंतरराष्ट्रीय सीमा तक जाने वाले मनाली-लेह मार्ग को सालभर वाहनों की आवाजाही के लिए खुला रखने के लिए रोहतांग के बाद अब बारालाचा दर्रा के नीचे 11.25, लाचुंगला में 14.77 व तंगलंगला में 7.32 किलोमीटर लंबी टनल बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। बीआरओ ने फिजिबिलिटी रिपोर्ट पर काम करना शुरू कर दिया है। रोहतांग सुरंग बनने मनाली-लेह की दूरी 46 किलोमीटर, बारालाचा से सुरंग बनने से 19 किलोमीटर, लाचुंगला से सुरंग बनने से 31 किमी और तंगलंगला से सुरंग बनने से 24 किलोमीटर दूरी कम होगी। सभी सुरंगे बनने कर बाद मनाली-लेह मार्ग की दूरी लगभग 120 किलोमीटर कम हो जाएगी। इससे सेना को बॉर्डर तक पहुंचने में कम समय लगेगा। कारगिल तक पहुंचने के लिए शिकुला दर्रा में भी करीब तीन किलोमीटर लंबी सुरंग बनाने की योजना है।
आवाजाही के लिए बंद हुई रोहतांग सुरंग
बीआरओ डीजी ने बुधवार को सुरंग के अंदर सड़क मेटलिग कार्य को हरी झंडी दी। अब लगभग तीन माह सुरंग के अंदर वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध रहेगा। लाहुल आने जाने वाले लोग भी अब हवाई सेवा या रोहतांग दर्रा पार कर ही घर आ जा सकेंगे। आपात स्थिति में भी वाहन आर-पार नही होंगे।