कुल्लू में भारी वर्षा से 20 मार्ग हुए बंद, 10 ट्रांसफार्मर भी ठप; लगातार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त
Kullu 24 घंटों से मूसलाधार वर्षा होने के कारण से शहर की सड़कें पानी से भर गईं। कई जगह बारिश का पानी घरों और आंगन पर घुस गया। ऊंची चोटियों में हिमपात और निचले इलाकों में तेज बारिश से जनजीवन एक बार फिर पूरी तरह से ठप हो गया है।
कुल्लू, जागरण संवाददाता: 24 घंटों से मूसलाधार वर्षा होने के कारण से शहर की सड़कें पानी से भर गईं। कई जगह बारिश का पानी घरों और आंगन पर घुस गया। ऊंची चोटियों में हिमपात और निचले इलाकों में तेज बारिश से जनजीवन एक बार फिर पूरी तरह से ठप हो गया है।
वर्षा के चलते भूस्खलन से जिले में एक राष्ट्रीय राजमार्ग तीन सहित ग्रामीण क्षेत्र की करीब 20 सड़कों पर आवाजाही बंद है। इसमें तोष, डोहलुनाला से बाराहार, बुइन से भुलंग, खड़ीहार से बुंशु, लिंग मार्ग क्यानी, डोहलुनाला से चेष्टा मार्ग, इसके अलावा आनी और उपमंडल में 14 मार्ग बंद पड़े हैं।
कई गांवों में बिजली आपूर्ति ठप
ब्सास नदी के साथ नदी-नालों का जलस्तर फिर से उफान पर है। इस कारणा ब्यास में सुरक्षा की दृष्टि से रिवर राफ्टिंग भी बंद है। इसके आलावा जिले भर में 10 बिजली के ट्रांसफार्मर बंद हो गए हैं। कई गांवों में बिजली आपूर्ति ठप है।
लगातार दो दिनों से वर्षा का क्रम जारी
हालांकि बिजली बोर्ड बिजली को बहाल करने में बारिश में भी जुटा रहा। जिला के कुल्लू, आनी, निरमंड, बंजार, सैंज, भुंतर, कुल्लू, मणिकर्ण, लगघाटी, खराहल, ऊझी घाटी के साथ लाहुल घाटी में लगातार दो दिनों से वर्षा का क्रम जारी है।
ठंड के कारण जिला भर में लोग घरों में दुबकने के लिए मजबूर हैं। खेतों से लहसुन निकालकर रखी है जिससे सड़ने का डर सताने लगा है। मटर और अन्य फसलों के लिए बारिश संजीवनी का काम करेगी।
इनका कहना है
उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग ने कहा कि जिला कुल्लू में भारी वर्षा हो रही है। ऐसे में सैलानी और आमजन संवेदनशील इलाकों का रुख न करें। नदी-नालों की तरफ भी न जाने की हिदायत दी है।