135 सरकारी स्कूलों के नाम नहीं भूमि
दविद्र ठाकुर कुल्लू कुल्लू जिले में स्कूलों की मरम्मत व भवन निर्माण के लिए आया लाखों रुपये
दविद्र ठाकुर, कुल्लू
कुल्लू जिले में स्कूलों की मरम्मत व भवन निर्माण के लिए आया लाखों रुपये का बजट खर्च नहीं हो पा रहा है। इस कारण कई स्कूलों के भवन जर्जर हो चुके हैं तो कई स्कूलों में शौचालयों की हालत भी खस्ता है। जिले में 135 से अधिक सरकारी स्कूलों के नाम भूमि ही नहीं है। ये स्कूल कई वर्षो से चल रहे हैं, लेकिन भूमि स्कूल के नाम करवाने की पहल अभी तक न तो स्कूल प्रशासन ने की और न ही स्कूल प्रबंधन समिति (एसएमसी) की आंख खुली है। अब जब ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू हुई तो दिक्कत बढ़ गई है।
राजकीय प्राथमिक पाठशाला जटेहड़ का हाल भी ऐसा ही है। 1963 में स्कूल बना है। 1993-94 में पंचायत द्वारा पांच कमरे बनाए गए। इसके बाद शौचालय इत्यादि का भी निर्माण किया गया। अब स्कूल का एक भवन जर्जर हो चुका है। यह गिरने के कगार पर है। कभी भी हादसे का कारण बन सकता है। जब इस भवन को गिराने की नौबत आई तो पता चला कि यह जमीन तो शिक्षा विभाग के नाम पर ही नहीं है। ऐसे में इस भवन को न तो गिराया जा सकता न ही नया भवन बनाया जा सकता है। अब स्कूल प्रबंधन व एसएमसी द्वारा भूमि को शिक्षा विभाग के नाम करवाने की औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं।
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37 विद्यार्थी हैं स्कूल में
राजकीय प्राथमिक पाठशाला जटेहड़ स्कूल में दो अध्यापक कार्यरत हैं। यहां पर नर्सरी में सात बच्चे हैं। पहली कक्षा में मात्र एक छात्रा, दूसरी में एक छात्र और सात छात्राएं, तीसरी में दो छात्र और तीन छात्राएं, चौथी में पांच छात्र और आठ छात्राएं, पांचवीं में एक छात्र और दो छात्राओं ने अभी तक प्रवेश लिया है। स्कूल में कुल 37 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
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जटेहड़ स्कूल में शिक्षा अधिकारी के साथ निरीक्षण किया गया है। यहां पर शौचालय की हालत खस्ता है। इसको दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं। जहां पर स्कूल है उस भूमि को शिक्षा विभाग के नाम पर करने के लिए अध्यापक और एसएमसी प्रयासरत है।
-मंगल दास प्रारंभिक खंड शिक्षा अधिकारी आनी।
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कुल्लू जिला में करीब 135 स्कूल के नाम पर जमीन पंजीकृत नहीं है। इसमें एफआरए के लिए औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं। सभी स्कूलों को इस संबंध में निर्देश दिए गए हैं।
-सीता राम बंसल, उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा कुल्लू।
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प्रदेश सरकार की ओर सभी विभागों को निर्देश दिए गए हैं कि जहां भी स्कूल चल रहे हैं उस भूमि को शिक्षा विभाग के नाम किया जाएगा। जल्द ही सभी औपचारिकताएं पूरी कर आगामी कार्रवाई की जाएगी।
-गोविद ठाकुर शिक्षा मंत्री हिमाचल प्रदेश।