रोहतांग मार्ग पर भूस्खलन की चपेट में आया टैंकर, चालक ने भागकर बचाई जान
आधी रात को एक टैंकर भूस्खलन की चपेट में आ गया टैंकर के फंसने से मनाली लेह मार्ग मनाली से 40 किमी दूर बंता मोड़ के पास अवरुद्ध हो गया है।
मनाली, जेएनएन। केलांग की ओर से मनाली आ रहा टैंकर आधी रात तीन बजे भूस्खलन की चपेट में आ गया। टैंकर चालक ने भागकर जान बचाई ओर मढी में शरण ली। टैंकर हालांकि सड़क किनारे टिका हुआ है लेकिन हल्की सी हरकत होने पर टैंकर के गिरने की संभावना बनी हुई है। भूस्खलन होने व टैंकर के फंसने से मनाली लेह मार्ग मनाली से 40 किमी दूर बंता मोड़ के पास अवरुद्ध हो गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यह टैंकर चालक लेह से मनाली आ रहा था और पिछले तीन दिनों से पगलनाला के पास फंसा हुआ था। मार्ग खुलने पर चालक ने कल रात सिसु से मनाली का रुख किया और मढी से ऊपर दलदल में फंस गया। बारिश का क्रम लगातार चार दिन जारी रहने से जगह-जगह सडकेें बंद हो गई हैं। मनाली लेह मार्ग पर कोकसर नाले सहित पगलनाला में आई बाढ़ ने सभी की दिक्कत को बढ़ाया है। बीआरओ ने रात को पगलनाला में सड़क तो बहाल कर दी लेकिन अभी भी खतरा बना हुआ है। मनाली लेह मार्ग जगह-जगह खराब हो गया है। बीआरओ इस मार्ग की बहाली में जुटा हुआ है।
दूसरी ओर मनाली काजा मार्ग पिछले चार दिन से बंद चल रहा है। छतड्डू और ग्रफ़ू के बीच नाले में आई बाढ़ सड़क बहाकर ले गई है। छोटा दड़ा नाले में भी सड़क का निशान नही रह गया है। चंद्रताल में फंसे पर्यटकों को रेस्क्यू कर काजा ले गये है लेकिन उन सभी को भी काजा मनाली मार्ग बहाली के इंतजार है। बीआरओ कमांडर कर्नल उमा शंकर ने बताया कि बीआरओ ने चारों ओर सड़क बहाली शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि काजा मार्ग बहाली में समय लग सकता है लेकिन मनाली लेह मार्ग की बहाली आज ही कर दी जाएगी। कमांडर ने कहा कि मढी से ऊपर भूस्खलन से दलदल में फंसे टैंकर को निकाला जा रहा है। शीघ्र ही सड़क वाहनों के लिये बहाल कर की जाएगी।
दूसरी ओर कुल्लू मनाली नेशनल हाइवे भी तीन दिन बाद बहाल हो गया है। ब्यास पर आई बाढ़ से कुल्लू मनाली मार्ग जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गया है। एसडीएम मनाली अमित गुलेरिया ने बताया कि मौसम खुलते ही हालात सामान्य होने लगे है ।