स्कूली छात्र ने बनाया माडल, इस डेस्क पर पढ़ाई के साथ नहीं रहेगी भूकंप की चिंता
स्कूल में बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं और इसी दौरान भूकंप आ जाता है तो अपने डेस्क के नीचे सुरक्षित रह सकेंगे। शिमला जिला के तहत रामपुर के स्प्रिंगडेल स्कूल खनेरी के जमा एक के छात्र ने ऐसे डेस्क का माडल तैयार किया है।
अतुल कश्यप, रामपुर। स्कूल में बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं और इसी दौरान भूकंप आ जाता है तो अपने डेस्क के नीचे सुरक्षित रह सकेंगे। शिमला जिला के तहत रामपुर के स्प्रिंगडेल स्कूल खनेरी के जमा एक के छात्र ने ऐसे डेस्क का माडल तैयार किया है। इसके नीचे भारी वस्तुएं गिरने पर भी सुरक्षित रहेंगे। झटके सहने के लिए डेस्क के नीचे शाकर भी लगाए हैं। इसके नीचे इतना स्थान होगा कि फंसने के बावजूद बच्चे पानी पीने से लेकर मौके पर मौजूद खाद्य पदार्थ खा सकेंगे। अंधेरा होने की स्थिति में लाइट की व्यवस्था भी की है।
छात्र स्वास्तिक जोगिंद्र सोप्टा ने इसे तैयार किया है। इसे बनाने में लगभग 15 दिन का समय लगा है। इसकी लागत तीन से चार हजार रुपये है। डेस्क का आकार चार फीट लंबाई और 2.5 फीट चौड़ाई है। इसके नीचे दो बच्चे सुरक्षित रह सकेंगे। छात्र का कहना है कि कक्षा में भूकंप के दौरान शिक्षा या बचाव पर चर्चा के दौरान ही इसका आइडिया आया। इसके बाद इस पर काम शुरू किया।
राष्ट्रीय प्रतिभागियों में हुआ चयन
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय में राष्ट्रीय अन्वेषण प्रतिष्ठान की इंस्पायर अवार्ड मानक योजना के तहत राष्ट्रीय स्तरीय प्रदर्शनी एवं प्रोजेक्ट प्रतियोगिता का आयोजन चार से आठ सितंबर तक किया गया था। स्वास्तिक के इस माडल सर्वश्रेष्ठ 60 माडल्स में चयनित किया है। इस माडल को बनाने में विज्ञान के अध्यापक नितिन ठाकुर, कमलानंद एवं अभिभावक जोगिंद्र सोप्टा और आशा सोप्टा का विशेष योगदान रहा है।
प्रधानाचार्य ने दी बधाई
स्कूल के प्रधानाचार्य मनीष आनंद ने इस उपलब्धि के लिए छात्र सहित उसके अध्यापकों और अभिभावकों को बधाई दी है। प्रधानाचार्य ने अन्य विद्यार्थियों को भी इससे प्रेरणा लेने का आह्वान किया है।