Himachal Weather Update: पहाड़ों पर बर्फबारी से ठिठुरा हिमाचल, पर्यटन नगरी मनाली में सीजन का पहला हिमपात
Himachal Weather update हिमाचल के छह जिलों में आज ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फीला तूफान चलने व अन्य छह जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है।
शिमला, जेएनएन। प्रदेश में ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है। पहाड़ों समेत ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी के कारण प्रदेश ठंड से ठिठुर रहा है। रात से जारी बर्फबारी का असर प्रदेश समेत पड़ोसी राज्यों में भी दिख रहा है, यहां भी ठंड बढ़ गई है। जिला कांगड़ा की धौलाधार पर्वत श्रृंखला समेत कुल्लू व किन्नौर के पहाड़ों पर भारी बर्फबारी हो रही है। पर्यटन नगरी मनाली में सीजन का पहला हिमपात हुआ है।
हिमाचल के छह जिलों में आज ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फीला तूफान चलने व अन्य छह जिलों में भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की गई थी। निचले क्षेत्रों में बारिश का दौर जारी है। अब मौसम विशेषज्ञों ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। 13 दिसंबर को प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी व निचले क्षेत्रों में भारी बारिश हो सकती है। राज्य आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ ने सभी जिला उपायुक्तों को चेतावनी जारी कर सुरक्षा के कदम उठाने को कहा है।लाहुल स्पीति, किन्नौर, शिमला, कुल्लू, मंडी व कांगड़ा जिलों के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फीला तूफान चलने की चेतावनी दी गई है।
लाहुल और आनी का संपर्क कटा
भारी बर्फबारी के कारण रोहतांग सहित लाहुल और जलोड़ी जोत मार्ग बंद हो गए हैं। आनी का संपर्क भी जिला मुख्यालय से कट गया है। रोहतांग दर्रे में भारी हिमपात के साथ मनाली के सोलंगनाला, कोठी, पलचान, कुलंग व मझाच गांव में भी बर्फबारी शुरू हो रही है। कोठी में ही आधा फीट बर्फबारी के कारण पर्यटकों को पलचान में रोक दिया गया है। बर्फ के फाहे मनाली तक पहुंच गए हैं। वहीं बर्फबारी के कारण जलोड़ी जोत में भी 2 से 3 फीट बर्फ पड़ने से वाहनों की आवाजाही नेशनल हाईवे 305 पर बंद हो गई है। आनी का संपर्क कुल्लू से कट गया है।
लोगों को एहतियात बरतने के निर्देश
राज्य आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के निदेशक डॉ. डीसी राणा ने लोगों को एहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने स्थानीय लोगों व पर्यटकों को ऊंचाई वाले क्षेत्रों में न जाने की सलाह दी है। इन क्षेत्रों में यदि कोई व्यक्ति घर से निकलता है तो इसकी सूचना स्थानीय प्रशासन को दे। उन्होंने स्थानीय प्रशासन को बचाव व खोजी दस्तों तथा त्वरित प्रतिक्रिया दल को तैयार रखने का आदेश दिया। उन्होंने संबंधित विभागों को राष्ट्रीय राजमार्ग व अन्य संपर्क सड़कों की निगरानी सुनिश्चित करने को कहा। पंचायत प्रधानों, विभागों के उच्च अधिकारियों, स्वैच्छिक संस्थाओं तथा अन्य लोगों से इस संबंध में अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करने की अपील की। उन्होंने कहा कि किसी आपदा अथवा दुर्घटना होने पर राज्य आपातकाल (आपदा) नियंत्रण केंद्र के टेलीफोन नंबर 1070 और जिलों में 1077 नंबर पर सूचित करें।
कहां कितना रहा तापमान
स्थान,न्यूनतम,अधिकतम
केलंग,-4.0,4.1
कल्पा,-1.6,8.5
मनाली,0.4,12.4
सुंदरनगर,1.3,18.8
भुंतर,1.8,17.0
सोलन,3.0,20.0
मंडी,3.1,15.3
कुफरी,4.0,9.4
डलहौजी,4.2,11.2
शिमला,4.5,16.0
पालमपुर,4.5,16.5
चंबा,4.6,15.3
ऊना,5.3,22.7
कांगड़ा,5.4,18.0
बिलासपुर,5.5,21.0
हमीरपुर,5.8,21.2
धर्मशाला,7.2,14.8
नाहन,10.9,18.8
(तापमान डिग्री सेल्सियस में)