अप्रत्याशित घटनाक्रम में विस अध्यक्ष के लिए विपिन परमार के नाम पर लगी मुहर, अंत तक ये नाम भी रहे दौड़ में
अप्रत्याशित घटनाक्रम के बीच स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार का नाम विधानसभा अध्यक्ष के लिए तय किया गया है।
शिमला, जेएनएन। अप्रत्याशित घटनाक्रम के बीच स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार का नाम विधानसभा अध्यक्ष के लिए तय किया गया है। दिनभर इस पद के लिए विधानसभा में सचेतक नरेंद्र बरागटा व योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष रमेश धवाला के अलावा कई नाम सामने आते रहे। लेकिन भाजपा विधायक दल की बैठक में परमार के नाम पर सहमति बनी। परमार मंगलवार सुबह 10 बजे नामांकन पत्र दाखिल करेंगे।
भाजपा विधायक दल की बैठक सोमवार को शाम सात बजे राज्य अतिथि गृह पीटर हॉफ में शुरू हुई। बैठक शुरू होते ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए विपिन परमार का नाम लिया। परमार इससे सहमत नहीं दिखे। इस पर मुख्यमंत्री उन्हें बैठक से बाहर ले गए और उनसे बात की। उन्होंने शीर्ष नेतृत्व से भी परमार की बात करवाई। इसके बाद परमार मान गए और दोनों बैठक में दोबारा पहुंचे।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में हुई भाजपा विधायक दल की बैठक में सरकार के कार्यों को कैसे सदन में रखा जाना है, के बारे में रणनीति तैयार की। बैठक में भाजपा के नए अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल भी मौजूद रहे। हालांकि पहले वह विधानसभा अध्यक्ष रहते हुए विधायक दल की बैठक में हिस्सा नहीं ले पाते थे। विपक्ष के हमले से निपटने की रणनीति पर भी चर्चा की गई। विपक्ष की तल्खी का जवाब उसी तरह से देने के लिए युवा विधायकों को आगे लाने की रणनीति तैयार की है। सोमवार सायं सात बजे शुरू हुई भाजपा विधायक दल की बैठक रात करीब 10 बजे तक चली। बैठक के बाद विपिन परमार मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की गाड़ी में आए।
कांगड़ा से तीसरे विधानसभा अध्यक्ष होंगे
विपिन परमार कांगड़ा से तीसरे विधानसभा अध्यक्ष होंगे। इससे पहले शांता कुमार की सरकार में चौधरी सरवण कुमार इस पद पर आसीन हो चुके हैैं। कांग्रेस कार्यकाल में बृज बिहारी लाल बुटेल भी विधानसभा अध्यक्ष रह चुके हैं।
तीन मंत्रियों के पद खाली, छह दावेदार
प्रदेश सरकार में विपिन परमार के विधानसभा अध्यक्ष बनने के बाद मंत्रियों के तीन पद खाली हो जाएंगे। इससे पहले किशन कपूर ने लोकसभा चुनाव जीतने के बाद इस्तीफा दिया था जबकि अनिल शर्मा ने संसदीय चुनाव में विवाद के बाद पद छोड़ा था। मंत्री पद की दौड़ में कांगड़ा जिले के नूरपुर से विधायक राकेश पठानिया, सिरमौर से सुखराम चौधरी, हमीरपुर से कमलेश कुमारी, जवालामुखी से रमेश धवाला और जुब्बल कोटखाई के विधायक नरेंद्र बरागटा का नाम शामिल है। इनमें से किसे जयराम के मंत्रिमंडल में स्थान मिलता है इस पर फैसला मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और पार्टी हाईकमान को करना।