खाली सीटों ने उतरी बसों की कमाई
खाली सीटों ने उतरी बसों की कमाई कम कर दी है। कोरोना की तीसरी लहर में हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) की दैनिक आय दो करोड़ से लुढ़क कर 1.60 करोड़ हो गई है। निगम ने यात्रियों की संख्या कम होने के कारण 300 रूट मर्ज कर दिए हैं।
शिमला, राज्य ब्यूरो। खाली सीटों ने उतरी बसों की कमाई कम कर दी है। कोरोना की तीसरी लहर में हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) की दैनिक आय दो करोड़ से लुढ़क कर 1.60 करोड़ हो गई है। निगम ने यात्रियों की संख्या कम होने के कारण 300 रूट मर्ज कर दिए हैं। निगम के 3719 रुट हैं, जिनमें से 3200 बहाल कर दिए थे। इन रूट पर चलने वाली बसों को अपेक्षाकृत यात्री भी मिलने लगे थे। अब 300 रूट अन्य के साथ मर्ज किए गए हैं, ताकि यात्रियों को उक्त रूट पर बस सेवा उपलब्ध रहे। निगम के बेड़े में 3150 बसें हैं, जिनमें से 2800 बसें सड़कों पर चल रही हैं। लेकिन, प्रदेश में रात्रि कफ्र्यू लगने के लिए यात्रियों की संख्या घटी है। परिणामस्वरूप 200 बसें खड़ी करनी पड़ी है।
दैनिक कमाई भी गिरी
एचआरटीसी प्रबंधन को तीसरी लहर आने से दो करोड़ रुपये की आमदनी हो रही थी। लेकिन, अब चार दिन पहले दैनिक आय घटकर 1.60 करोड़ रुपये रह गई है। यदि कोरोना मामले कम नहीं हुए तो बसों में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या में और भी गिरावट जारी रहेगी।
हमने कोई रूट बंद नहीं किया है। कुछ बसों के रूट उसी रूट पर चलने वाली बसों के साथ जोड़े हैं, ताकि लोगों को समस्या न हो। दिल्ली के लिए शिमला व मनाली से सात-सात लग्जरी बसें चलती हैं। दिल्ली सहित उत्तर भारत के राज्यों राजस्थान, हरियाणा, पंजाब में संक्रमण बढ़ता जा रहा है। ऐसे में लोग सुरक्षित रहने के लिए घरों से निकलने में संकोच कर रहे हैं।
-पंकज सिंघल, महाप्रबंधक, हिमाचल पथ परिवहन निगम।
शिमला-कटड़ा लग्जरी बस में रह गए 10 ही यात्री
मां वैष्णो देवी के दर्शन करने के लिए शिमला से कटड़ा के लिए एक सप्ताह पहले शुरू की लग्जरी बस में यात्रियों की संख्या 22 की जगह 10 ही रह गई है। ऐसे में तेल खर्च भी पूरा नहीं हो रहा है। कोरोना की तीसरी लहर के बाद हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) ने दिल्ली जाने वाली चार लग्जरी बसें बंद करके अन्य बसों के साथ जोड़ दी है।
शिमला व मनाली से दो-दो लग्जरी बसों को बंद किया गया है। कोरोना के कारण इनमें पर्याप्त सवारियां उपलब्ध नहीं हैं। निगम प्रबंधन ने सरकार को इस बात से भी अवगत करवा दिया है और कहा कि यात्रियों की घटती संख्या को देखते हुए रूट मर्ज करने पड़ेंगे और बसें भी घटानी पड़ेगी।