दावे आसमान छूने के, प्रतिभा जमीन पर
मटौर में आयोजित की जा रही जिलास्तरीय अंडर-14 खेलकूद प्रतियोगिता में 800 से अधिक खिलाड़ी आए हैं जो फटी चटाई पर सोने के लिए मजबूर हैं।
कांगड़ा, नीरज व्यास। खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार लाखों दावे करती है पर वास्तविकता इससे कोसों दूर है। सीनियर सेकेंडरी स्कूल मटौर में आयोजित की जा रही जिलास्तरीय अंडर-14 खेलकूद प्रतियोगिता इसे साबित करने के लिए काफी है। आयोजन में भाग लेने के लिए 800 से अधिक खिलाड़ी आए हैं। अव्यवस्था यह है कि खिलाड़ी फटी चटाई पर सोने के लिए मजबूर हैं तो रोटी के लिए लाइनों में इंतजार करना पड़ रहा है।
आयोजन जिला प्रारंभिक शिक्षा क्रीड़ा संघ की ओर से किया जा रहा है। चार दिन तक चलने वाली प्रतियोगिता के दौरान कबड्डी, फुटबॉल, हॉकी, वालीबॉल, बास्केटबॉल, बैडिमंटन, बॉक्सिंग, मार्शल आर्ट व शतरंज के मुकाबले होंगे। जब टीमें पहुंची तो रिहायश कम पड़ी गई। आननफानन में खिलाड़ियों को अलग-अलग स्कूलों में ठहराया गया।
सीनियर सेकेंडरी स्कूल मटौर में अंडर-14 जिलास्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। रिहायश कम होने के कारण खिलाड़ियों के रहने की व्यवस्था आसपास के स्कूलों में की गई है। खाने की बेहतर व्यवस्था की गई है। मटौर स्कूल के प्रिंसीपल सुदेश्वर मनकोटिया ने सभी रिहायशों में जाकर व्यवस्था का जायजा लिया है। रसोइयों को बेहतर खाना परोसने की हिदायत दी है।
-पृर्थी सिंह, अतिरिक्त जिला शारीरिक शिक्षा अधिकारी