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Trekking in Lahaul: सर्दी के मौसम में लाहुल के पहाड़ों की सैर पड़ सकती है महंगी, ये हैं बड़े खतरे

Trekking in Lahaul लाहुल स्पीति में ट्रैकरों पर उनकी मनमानी भारी पड़ सकती है। लाहुल-स्पीति प्रशासन ने सर्दियों के मौसम को देखते हुए ट्रैकिंग पर पाबंदी लगाई है और अक्टूबर में लाहुल स्पीति में ट्रैकिंग करना महंगा पड़ सकता है।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Published: Wed, 20 Oct 2021 06:24 AM (IST)Updated: Wed, 20 Oct 2021 07:15 AM (IST)
Trekking in Lahaul: सर्दी के मौसम में लाहुल के पहाड़ों की सैर पड़ सकती है महंगी, ये हैं बड़े खतरे
लाहुल स्पीति में ट्रैकरों पर उनकी मनमानी भारी पड़ सकती है।

मनाली, जागरण संवाददाता। Trekking in Lahaul, लाहुल स्पीति में ट्रैकरों पर उनकी मनमानी भारी पड़ सकती है। लाहुल-स्पीति प्रशासन ने सर्दियों के मौसम को देखते हुए ट्रैकिंग पर पाबंदी लगाई है और अक्टूबर में लाहुल स्पीति में ट्रैकिंग करना महंगा पड़ सकता है। लाहुल स्पीति प्रशासन ने सर्दियों के मौसम को देखते हुए ट्रैकिंग पर पाबंदी लगाई है और छह अक्टूबर को अधिसूचना जारी कर आगामी आदेश तक ट्रैकिंग न करवाने के निर्देश दिए हैं। बावजूद इसके ट्रैकिंग का सिलसिला जारी है।

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अचानक होने वाली बर्फबारी हमेशा ट्रैकरों को जख्म देती रही है। इसके अलावा ऊपरी इलाकों में बर्फबारी होने पर जंगली जानवर भी निचले क्षेत्र का रुख करते हैं। ऐसे में यह घातक भी साबित हो सकते हैं। लेकिन ट्रैकर अपनी जान जोखिम में डालने से बाज नहीं आ रहे हैं। मौसम विभाग के पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए लाहुल स्पीति प्रशासन ने अधिसूचना जारी कर ट्रैकिंग के साथ लेह व काजा मार्ग पर सफर न करने की सलाह दी थी। बावजूद इसके रविवार को बर्फ़बारी का क्रम शुरू होने से लाहुल स्पीति में सब जगह से ट्रैकरों व पर्यटकों के फंसने की सूचना मिली।

लाहुल स्पीति प्रशासन ने सतर्कता दिखाते हए कोई जानी नुकसान नहीं होने दिया। हामटा से छतडू निकले पर्यटकों सहित लाहुल के सिस्सु की आल्यास झील पर गए पर्यटकों को स्थानीय युवाओं की मदद से रेस्क्यू किया। दूसरी ओर लोसर के युवा आधी रात टाकचा में फंसे सात पर्यटकों की मदद न करते तो उनकी जिंदगी भी खतरे में पड़ सकती थी।

लाहुल स्पीति प्रशासन का कहना है कि सर्दियों को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने ट्रैकिंग पर रोक लगाई है। पहाड़ों पर तापमान लुढ़कने से पानी जमने लगा है। चोटियों में अचानक होने वाली बर्फबारी भी घातक हो सकती है। इन परिस्थितियों के मद्देनजर उपायुक्त ने आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 34 के तहत यह आदेश जारी किए हैं जो आगामी आदेश तक जारी रहेंगे। आदेश की अवहेलना होने की सूरत में नियमानुसार कार्रवाई की भी बात कही है। प्रशासन ने पंचायती राज प्रतिनिधियों, महिला मंडलों और युवक मंडलों से भी आग्रह किया है कि यदि उनके क्षेत्र में तरह की गतिविधियों का पता चलता है तो तुरंत स्थानीय प्रशासन को सूचित किया जाए।

उपायुक्त लाहुल स्पीति नीरज कुमार ने कहा बर्फ़बारी में फंसे सभी पर्यटकों को रेस्क्यू कर लिया है। सरचू में फंसे पर्यटक भी बारालाचा से बर्फ हटाते ही निकल आएंगे। उन्होंने पर्यटकों से आग्रह किया कि प्रशासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पालन कर प्रशासन का सहयोग करें।


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