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पर्यटन कारोबारी बोले, सरकार का हिमाचल की सीमाएं खोलने का फैसला सराहनीय, सुझाव भी दिया

Himachal Tourism पर्यटन कारोबारियों ने हिमाचल की सीमाएं खोलने के फैसला का स्‍वागत किया है इसके साथ ही कुछ सुझाव भी दिए हैं।

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Wed, 16 Sep 2020 04:59 PM (IST)Updated: Wed, 16 Sep 2020 04:59 PM (IST)
पर्यटन कारोबारी बोले, सरकार का हिमाचल की सीमाएं खोलने का फैसला सराहनीय, सुझाव भी दिया
पर्यटन कारोबारी बोले, सरकार का हिमाचल की सीमाएं खोलने का फैसला सराहनीय, सुझाव भी दिया

धर्मशाला, राजेंद्र डोगरा। देर आए दुरुस्त आए वाली कहावत अब सार्थक होने जा रही है। अंतत: छह माह बाद प्रदेश सरकार ने राज्य की सीमाओं को खोल दिया है। जिसका पर्यटन कारोबार से जुड़े लोगों ने स्वागत किया और साथ ही उम्मीद जाहिर की है कि जल्द ही उनके दिन बहुरेंगे, क्योंकि पर्यटकों के हिमाचल में रुख के साथ ही मिनी ल्हासा यानी मैक्लोडगंज सहित समूचे जिला कांगड़ा व प्रदेश में पर्यटन को पंख लगेंगे। इससे बेरोजगार बैठे लोगों के लिए भी घरद्वार पर रोजगार नसीब होगा। हालांकि कुछेक होटल कारोबार से जुड़े लोगों ने अपना सुझाव भी दिया है कि सरकार ऐसी एप शुरू करे, जिससे कि यह भी पता चल पाए कौन सा पर्यटक कहां-कहां घूम कर गया है, ताकि कोरोना महामारी से भी बचा जा सके।

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कांगड़ा जिले में 1000 हैं पंजीकृत होम स्टे व होटल

कांगड़ा जिले में पंजीकृत होम स्टे व होटलों की संख्या 1000 के करीब है। हालांकि जो पंजीकृत नहीं हैं, उनकी संख्या दोगुना से भी ज्यादाहै। धर्मशाला शहर में 500 होटल व 150 होम स्टे हैं।

क्या कहते हैं होटल संचालक व पर्यटन कारोबारी 

होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन धर्मशाला के अध्‍यक्ष अश्वनी बांबा का कहना है वे सीमाएं खोलने के लिए प्रदेश सरकार के आभारी हैं। इस संदर्भ में दो दिन पहले ही एसोसिएशन ने सरकार से सीमाएं खोलने की मांग की थी, जिसे पूरा कर सरकार ने पर्यटन कारोबार से जुड़े लोगों को राहत प्रदान की है। ज्यादातर हिमाचल के लोग पर्यटन कारोबार पर ही निर्भर हैं।

त्रियुंड ग्रुप ऑफ होटलस के प्रबंध निदेशक विवेक महाजन का कहना है सरकार का यह सराहनीय कदम है। लेकिन सरकार को ऐसी एप की भी व्यवस्था करनी चाहिए, जिससे कि यह पता चल सके कि कौन सा पर्यटक कहां-कहां घूमा है। अक्टूबर से पर्यटन कारोबार शुरू हो जाएगा, क्योंकि पश्चिम बंगाल के लोग अक्टूबर में हिमाचल आते हैं और ऐसी 40 फीसद बुकिंग है।

भागसू टैक्सी यूनियन मैक्लोडगंज के अध्‍यक्ष राजेश जरियाल का कहना है सरकार ने अच्छा कदम उठाया है। लेकिन इसका टैक्सी संचालकों को कोई लाभ नहीं होने वाला। सरकार टैक्सी संचालकों के लिए भी उचित कदम उठाए, ताकि वह भी रोजगार प्राप्त कर सकें, क्योंकि जब वॉल्वो बसें शुरू नहीं होंगी व टैक्सी ऑपरेटरों को नहीं जोड़ा जाएगा तब तक टैक्सी संचालकों को लाभ नहीं होने वाला है।


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