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तंबाकू कोविड मरीजों के लिए सबसे घातक, हर वर्ष 220 करोड़ के उत्पाद खा रहे हिमाचली, पढ़‍िए चौंकाने वाले आंकड़े

World No Tobacco Day 2021 तंबाकू का सेवन करने वाले व्यक्तियों के लिए कोविड संक्रमण सबसे अधिक घातक है और मौत की और धाकेल रहा है। तंबाकू और कोविड संक्रमण दोनों फेफडों को प्रभावित करता है जो कोविड निमोनियो और मौत का मुख्य कारण बनता है।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Published: Mon, 31 May 2021 06:55 AM (IST)Updated: Mon, 31 May 2021 08:43 AM (IST)
तंबाकू कोविड मरीजों के लिए सबसे घातक, हर वर्ष 220 करोड़ के उत्पाद खा रहे हिमाचली, पढ़‍िए चौंकाने वाले आंकड़े
तंबाकू का सेवन करने वाले व्यक्तियों के लिए कोविड संक्रमण सबसे अधिक घातक है

शिमला, यादवेन्द्र शर्मा। Tobacco Dangerous for Covid Patients, तंबाकू का सेवन करने वाले व्यक्तियों के लिए कोविड संक्रमण सबसे अधिक घातक है और मौत की और धाकेल रहा है। तंबाकू और कोविड संक्रमण दोनों फेफडों को प्रभावित करता है जो कोविड निमोनियो और मौत का मुख्य कारण बनता है। प्रदेश स्वास्थ्य विभाग कोविड संक्रमण के दौरान तंबाकू के इस्तेमाल न करने के लिए जागरूक कर रहा है जिससे कोविड से होने वाली मौतों को कम किया जा सके। तंबाकू का सेवन धीमी आत्महत्या है। लगातार तंबाकू का सेवन आयु को कम करता है और व्यक्ति की मौत 10 से 15 वर्ष कम हो जाती है। देवभूमि हिमाचल में युवाओं में बढ़ती तंबाकू की लत ने 50 से 70 वर्ष की आयु में होने वाले कैंसर को 25 वर्ष की आयु तक पहुंचा दिया है।

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हर वर्ष हिमाचली 220 करोड़ रुपये के तंबाकू उत्पाद बीड़ी, सिगरेट, खैनी पान मसाला गटक रहे हैं। जो कैंसर के साथ समय से पूर्व मौत की ओर ले जा रह है। प्रदेश में कैंसर के कुल मामलों में से लंग कैंसर के ही 11 हजार रोगी हैं। प्रदेश में हर वर्ष 2800 नए केंसर के मरीज शामिल हो रहे हैं। इनमें से साठ फीसदी तंबाकू और धूमपान के कारण होने वाले फेफड़ों व मुंह के कैंसर के रोगी हैं।

मुंह के कैंसर के करीब चार फीसदी मामले आते थे और अब इनकी संख्या 15 फीसद तक हो गई है। टीबी से मृत्यु के लगभग 38 फीसदी मामले तंबाकू से जुड़े हैं।

चार विभाग तंबाकू छुड़वाने के लिए कर रहे प्रयास

तंबाकू को छुड़वाने के लिए चार विभाग महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इनमें स्वास्थ्य विभाग का हृदय रोग विभाग, चेस्ट एंड टीबी, मनोरोग और समाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग शामिल है। इसके लिए पुलिस विभाग और स्वयं सहायता समूह इस दिशा में कार्य कर रहा है।

तीन तरीके से छोड़ी जा सकती है तंबाकू की लत

  • काउंसिलिंग से जिसमें मनारोग विभाग काउंसलिंग कर मनोउपचार प्रदान कर रहा है।
  • तंबाकू के उनपयोग के आधार पर दवाईयों से छुड़वाई जाती है।
  • चिकित्सक की सलाह से निकोटीन की च्वींगम और टॉफी दी जाती है

लंग कैंसर के लक्षण

  • सांस लेने में तकलीफ, लगातार खांसी, सीने में दर्द, खांसते वक्त खून आना।
  • गले में खराश, कैंसर होने पर खाना निगलने में परेशानी।

कोविड संक्रमित के लिए ज्‍यादा घातक

चेस्ट एंड टीबी रोग विभाग आइजीएमसी की विभाग अध्‍यक्ष डा. मलाया सरकार का कहना है तंबाकू का सेवन कोविड संक्रमित के लिए ज्यादा घातक है। तंबाकू के सेवन के कारण फेफड़ों के कैंसर जैसी बीमारियों ज्यादा तादाद में हो रही हैं। कोटपा के लागू होने से कुछ असर हुआ है। तंबाकू की लत को छुड़वाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। लोगाें को जागरुक किया जा रहा है कि तंबाकू का सेवन न करें।

तंबाकू ज्‍यादा घातक : डॉक्‍टर जिंदल

मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन हिमाचल प्रदेश डा. निपुण जिंदल का कहना है कोविड पाजिटिव मरीज कितने ऐसे रहे हैं जो तंबाकू का सेवन करते थे इस संंबंध में डाटा तैयार नहीं किया गया है। तंबाकू का सेवन करने वालों को ज्यादा घातक है ये बात बिल्कुल सही है।


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