दलाईलामा से आतंकी अजहर की तुलना पागलपन : सांग्ये
terrorist Ajhar not compare with Dalailama निर्वासित तिब्बती प्रधानमंत्री डॉ. लोबसांग सांग्ये ने कहा एक आतंकी की बौद्ध धर्मगुरु दलाईलामा से तुलना करने वाला कोई पागल ही होगा।
धर्मशाला, जेएनएन। एक अंतरराष्ट्रीय आतंकी की तिब्बती धर्मगुरुदलाईलामा से तुलना करने वाले कोई पागल इंसान ही होगा। पाकिस्तान के एक पत्रकार की ओर से मसूद अजहर की तुलना दलाईलामा से करने पर निर्वासित तिब्बती सरकार के प्रधानमंत्री डॉ. लोबसांग सांग्ये ने तल्खी दिखाई है। डॉ. सांग्ये शुक्रवार को मैक्लोडगंज में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा, मसूद अजहर आतंकी है और दलाईलामा धर्मगुरु एवं शांति के दूत हैं। दोनों में तुलना करना तर्कसंगत नहीं है। कहा कि वर्षो से विदेशों में रह रहे उग्येन त्रिनले दोरजे कारमापा शीघ्र धर्मशाला लौटें।
धर्मशाला ही उनकी कर्मभूमि है। केंद्रीय तिब्बतियन प्रशासन (सीटीए) की आमसभा तीन से पांच अक्टूबर को धर्मशाला में आयोजित की जाएगी। बैठक में विभिन्न देशों में रह रहे तिब्बती समुदाय के करीब 400 प्रतिनिधि भाग लेंगे और इसमें तय होगा कि सीटीए की आगामी कार्यप्रणाली क्या होगी। बैठक में खास बात यह होगी कि इसमें उन मुद्दों पर चर्चा होगी, जिनके संबंध में समुदाय के लोगों के सुझाव आएंगे। बैठक से पहले हर वर्ग के सुझाव लिए जाएंगे और छंटनी के बाद उन पर चर्चा होगी।
बकौल सांग्ये, तिब्बती समुदाय दशकों से निर्वासन का दंश झेल रहा है। समुदाय के लोगों ने पहले पांच और फिर 50 वर्ष निर्वासन का समय निर्धारित किया था लेकिन अब इससे भी ज्यादा समय हो गया है। चीन से आजादी के लिए निर्वासित सरकार कौन का रास्ता चुनेगी, यह सब बैठक में तय होगा। सांग्ये ने कहा, हालांकि धर्मगुरु दलाईलामा ने अपने अगले जन्म का निर्णय जनता के फैसले पर रखा है, लेकिन सरकार की ओर से कहना चाहते हैं कि दलाईलामा इस बाबत खुद ही निर्णय लें। इस मौके पर निर्वासित तिब्बती संसद के सभापति पेमा जुन्गे भी मौजूद रहे।
यह था मामला
भारतीय सेना की ओर से की गई एयर स्ट्राइक के बाद 14 मार्च को एक पाकिस्तानी पत्रकार ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली थी और उसने आतंकी मसूद अजहर की तुलना तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा से की थी। पत्रकार ने भारत को भी इसमें लपेटा था और कहा था कि भारत में भी तो दलाईलामा रह रहे हैं। सोशल मीडिया पर पत्रकार ने खूब खरी खोटी सुनाई थी। इस घटनाक्रम के बाद ही निर्वासित सरकार के प्रधानमंत्री ने पत्रकार वार्ता की है।