रामपुर के लालसा में मतांतरण के आरोप में तीन लोग गिरफ्तार
रामपुर उपमंडल के लालसा गांव में मतांतरण के आरोप में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। तीनों आरोपितों को अदालत ने तीन दिन के रिमांड पर भेज दिया है। मंगलवार दोपहर को तीन लोग एक कार में आए और एक दुकानदार को ईसाई धर्म से संबंधित सामग्री दी।
रामपुर बुशहर (शिमला), संवाद सहयोगी। रामपुर उपमंडल के लालसा गांव में मतांतरण के आरोप में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। तीनों आरोपितों को अदालत ने तीन दिन के रिमांड पर भेज दिया है।
मंगलवार दोपहर को तीन लोग एक कार में आए और एक दुकानदार को ईसाई धर्म से संबंधित सामग्री दी। इसके बाद तीनों कार वहीं छोड़कर किसी व्यक्ति के घर की तरफ चले गए। इसकी भनक ग्रामीणों को लगी तो वे कार के पास पहुंच गए। उन्होंने देखा कि कार के भीतर ईसाई धर्म की किताबें, पंफलेट, दवाएं और अन्य सामग्री भी थी। इसके अलावा इन लोगों के पास भारी राशि भी बरामद की गई। ग्रामीणों ने तीनों लोगों को घेर लिया और पंचायत प्रतिनिधि व रामपुर पुलिस को सूचित किया। पुलिस मौके पर पहुंची और तीनों लोगों को रामपुर थाने में लाया गया। ग्रामीणों ने कार में ईसाई धर्म से संबंधित किताबें और अन्य सामान मिलने विरोध जाहिर किया। मामले की भनक विश्व ङ्क्षहदू परिषद को लगी और कई कार्यकर्ता ग्रामीणों के साथ थाने के बाहर पहुंच गए। उन्होंने काफी देर के बाद थाने के बाहर नारेबाजी की। पुलिस थाना प्रभारी के समझाने पर ग्रामीण व विहिप के कार्यकर्ता शांत हुए।
बुधवार को चार्ली जान, विशाल और निरमंड निवासी केवल राम को न्यायालय में पेश किया गया है, जहां से आरोपितों को तीन दिन के रिमांड पर भेज दिया है। रामपुर थाना प्रभारी संतोष कुमार ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। विश्व हिंदू परिषद के प्रांत संगठन मंत्री नीरज दनोरिया ने कहा कि मतांतरण जैसी किसी भी कोशिश को परिषद कभी बर्दाश्त नहीं करेगी। विश्व ङ्क्षहदू परिषद का यह संकल्प है कि इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाई जाती रहेगी। लेकिन पुलिस, स्थानीय प्रशासन और सरकार इस विषय की गंभीरता को समझें। लालसा में हुई घटना की सख्ती से जांच की जानी चाहिए।