टैक्सी चालक हत्याकांड: रानीताल में तीन गोलियां मार कर की थी हत्या, तीन दिन बाद भी पुलिस खाली हाथ
रानीताल में टैक्सी चालक अश्वनी चौधरी की हत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। अश्वनी की हत्या गोली मारकर की थी।
कांगड़ा, रितेश ग्रोवर। रानीताल में टैक्सी चालक अश्वनी चौधरी की हत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। अश्वनी की हत्या गोली मारकर की थी। एक गोली सिर और दो छाती पर मारी थीं। वारदात में किस हथियार का प्रयोग किया गया है, इसका पता नहीं चल पाया है। हालांकि पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं मिली है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिनेश शर्मा ने बताया कि गोलियों को जांच के लिए लैब भेज दिया है।
कांगड़ा जिले में पहले भी हत्या के कई मामले सामने आए हैं पर बंदूक या पिस्टल का इस्तेमाल किसी भी हत्यारे ने नहीं किया, लेकिन अश्वनी के मामले ने पुलिस को भी सकते में डाल दिया है। सोमवार को ही पुलिस को इस बाबत जानकारी मिल गई थी कि हत्या में बंदूक या पिस्टल का इस्तेमाल किया गया है, लेकिन क्षेत्र में दशहत न फैले, इस कारण ही खुलासा नहीं किया था। साथ ही अंतिम संस्कार के समय भी स्थानीय लोगों को पता चल गया था कि हत्या गोली गोली मारकर की थी।
तीसरे दिन भी पुलिस खाली हाथ
पुलिस के लिए अश्वनी की हत्या का मामला जांच का विषय बना हुआ है। यह तो स्पष्ट हो चुका है कि हत्या गोली मारकर की थी लेकिन पुलिस के माथे में बल पड़ गए हैं कि मामले को कैसे सुलझाया जाए। तीन दिन बाद भी पुलिस को न तो हत्यारों का कोई सुराग मिला है और न ही गाड़ी का पता चला है। मार्ग पर सीसीटीवी न होने से पुलिस को पुख्ता सुराग नहीं मिल पाया है।
नाके न होने से भागे थे आरोपित
रात को पुलिस नाके न होने से हत्या के आरोपित आसानी से भागने में सफल हो गए। हाई अलर्ट के बावजूद देवभूमि में इतनी बड़ी वारदात हो गई और पुलिस साक्ष्य जुटाने में जुटी है। आरोपितों को नाके न लगाने की जानकारी थी और इस कारण ही वे भागने में कामयाब हुए हैं।
क्या था मामला
उपमंडल बैजनाथ के नोरी गांव के टैक्सी चालक अश्वनी चौधरी का शव सोमवार को रानीताल के समीप मिला था। रविवार को वह पहले पालमपुर आया था और उसके बाद चंडीगढ़ के लिए रवाना था। बाद में उसका शव रानीताल में मिला था। हत्या के आरोपित गाड़ी लेकर फरार हो गए थे जबकि अश्वनी का मोबाइल फोन भी गुम हो गया था, जो कि अब तक नहीं मिला है।