मंडी हवाई अड्डे के सामाजिक प्रभाव का होगा मूल्यांकन, प्रशासन ने सरकार को पत्र भेजकर जल्द मूल्यांकन प्रक्रिया शुरू करने का किया आग्रह
मंडी जिले के बल्ह हलके में प्रस्तावित ग्रीन फील्ड अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को धरातल पर उतारने की कवायद शुरू हो गई है। प्रशासन ने हवाई अड्डे सामाजिक प्रभाव यानी क्षेत्र के लोगों पर होने वाले असर का मूल्यांकन करवाने का निर्णय लिया है।
हंसराज सैनी, मंडी। मंडी जिले के बल्ह हलके में प्रस्तावित ग्रीन फील्ड अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को धरातल पर उतारने की कवायद शुरू हो गई है। प्रशासन ने हवाई अड्डे सामाजिक प्रभाव यानी क्षेत्र के लोगों पर होने वाले असर का मूल्यांकन करवाने का निर्णय लिया है। सरकार को पत्र लिखकर जल्द मूल्यांकन प्रक्रिया शुरू करने की सिफारिश की गई है। पर्यटन विभाग सामाजिक प्रभाव का मूल्यांकन करवाएगा। कोविड की वजह से दो साल से मूल्यांकन का काम अटका था। हवाई अड्डे के निर्माण के लिए पर्यटन विभाग ने गत सप्ताह निर्माण कार्य करने वाली कंपनी के साथ दिल्ली में करार किया था।
इसके बाद हरकत में आए बल्ह उपमंडल प्रशासन ने सरकार के निर्देश पर हवाई अड्डे की जद में आने वाली भूमि की बाहरी सीमा चिह्नित कर उससे विभिन्न विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों को अवगत करवाया था। सभी विभागोंं को अपनी-अपनी भूमि व अन्य संपत्ति की जानकारी लिखित में एक सप्ताह के अंदर देने के निर्देश दिए हैं। सामाजिक प्रभाव की मूल्यांकन रिपोर्ट के आधार पर भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होगी। कुछ संस्थानों के विरोध के चलते भूमि अधिग्रहण से संबंधित जनसुनवाई होने की संभावना न के बराबर लग रही है। सरकार ने अनिवार्य भूमि अधिग्रहण अधिनियम के अंतर्गत निजी भूमि अधिग्रहीत करने का मन बनाया है। हालांकि इस पर अभी अंतिम फैसला नहीं हुआ है। ग्रीन फील्ड हवाई अड्डे के लिए करीब 2617 बीघा भूमि का अधिग्रहण होगा। इसमें 2215 बीघा निजी व 402 बीघा सरकारी भूमि है। रनवे व टर्मिनल के निर्माण कार्य के लिए बल्ह उपमंडल के सात राजस्व मुहाल चिह्नित किए गए हैं। हवाई अड्डा सामरिक व पर्यटन की दृष्टि से मील का पत्थर साबित होगा।
किस राजस्व मुहाल में कितनी बीघा भूमि का होगा अधिग्रहण
राजस्व मुहाल,सरकारी भूमि,निजी भूमि
डीपीएफ डोयढ़ा,80,-
स्यांह,20,250
कुम्मी,2,800
छातडू,40,600
टांवा,140,350
ढाबण,20,95
जरलू,100,120
उपायुक्त मंडी अरिंदम चौधरी ने कहा कि बल्ह में प्रस्तावित हवाई अड्डे से जनता पर होने वाले सामाजिक प्रभाव का मूल्यांकन करवाने की सरकार से सिफारिश की गई है। इसके बाद भूमि अधिग्रहण से संबंधित प्रक्रिया शुरू होगी।