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चीन के कोविड नियमों से तिब्बती परेशान, एक सप्ताह में पांच ने की आत्महत्या

चीन की ओर से तिब्बती की राजधानी ल्हासा में जबरन कोविड के नए नियमों के कारण तिब्बती समुदाय के लोग परेशान हो चुके हैं। पिछले एक सप्ताह में इस नियमों से परेशान पांच लोगों ने बिल्डिंग से कूदकर आत्महत्या कर ली है।

By Jagran NewsEdited By: Richa RanaPublished: Tue, 04 Oct 2022 08:31 PM (IST)Updated: Tue, 04 Oct 2022 08:31 PM (IST)
तिब्बती की राजधानी ल्हासा में जबरन कोविड के नए नियमों के कारण तिब्बती समुदाय के लोग परेशान हो चुके हैं।

धर्मशला, जागरण संवाददाता। चीन की ओर से तिब्बती की राजधानी ल्हासा में जबरन कोविड के नए नियमों के कारण तिब्बती समुदाय के लोग परेशान हो चुके हैं। पिछले एक सप्ताह में इस नियमों से परेशान पांच लोगों ने बिल्डिंग से कूदकर आत्महत्या कर ली है। तिब्बत में ऐसे ही आत्महत्याओं के मामले बढ़ते जा रहे हैं। इंटरनेशनल कंपेन फार तिब्बत (आइसीटी) ने घटनाक्रमों को चिंता व्यक्त की है। इसके साथ ही आइसीटी ने चीनी सरकार से दमनकारी उपायों से परहेज करने और तिब्बतियों को अपनी वैध शिकायतों का दर्ज करवाने की अनुमति देने का आग्रह किया है।

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मैक्‍लोडगंज में भी किया था प्रदर्शन

कोविड के नाम पर चीन द्वारा तिब्बती लोगों को लागू किए गए नए नियमों के खिलाफ दो सप्ताह पूर्व मैक्लोडगंज में तिब्बतियन यूथ कांग्रेस और तिब्बतियन वुमेन एसोसिएशन ने प्रदर्शन किया था। इन संघों के पदाधिकारियों ने चीन सरकार और उनके अधिकारियों के प्रति रोष प्रकट करते हुए कहा था कि तिब्बती लोगों पर अजीबो गरीब कोविड-19 के नए नियम थोपे जा रहे हैं। टेस्ट के लिए भी लोगों को ट्रक में लादकर ले जाया जा रहा है। इसके अलावा रिपोर्ट आने तक या फिर क्वारंटाइन में भी तिब्बती लोगों को ऐसी हालत में रखा जा रहा है कि कोई आम आदमी ऐसे जीवन नहीं जी सकता।

आइसोलेशन में खाना तक नसीब नहीं

आइसोलेशन या क्वारंटाइन अवधि में तिब्बती लोगों को समय पर खाना तक नहीं दिया जा रहा है। ऐसा अत्याचार सिर्फ सामान्य लोगों के साथ ही नहीं, बल्कि बच्चों के साथ भी हो रहा है। उनका भी ऐसे ही शोषण किया जा रहा है। ऐसी स्थिति से तिब्बती लोग मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहे हैं। मानसिक प्रताड़ना से परेशान लोग ही आत्महत्या कर रहे हैं। आइसीटी का दावा है कि इसका कारण चीन सरकार द्वारा थोपे गए नए नियम और अव्यवस्था है।

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