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कांग्रेस से सांठगांठ ने हराया निगम चुनाव

भारतीय जनता पार्टी से बगावत कर निगम चुनाव में उतरे पूर्व भाजपा मंडलाध्यक्ष संजीव सोनी व जिला महासचिव विजय भट्ट ने कहा कि पालमपुर में भाजपा सरकार व पार्टी नहीं हारी है यह हार स्थानीय नेताओं की कांग्रेस से सांठगांठ कर टिकट आवंटन में की धांधली ने करवाई है।

By Vijay BhushanEdited By: Published: Sun, 18 Apr 2021 05:01 PM (IST)Updated: Sun, 18 Apr 2021 05:01 PM (IST)
कांग्रेस से सांठगांठ ने हराया निगम चुनाव
पालमपुर में पत्रकारों से बातचीत करते संजीव सोनी व विजय भट्ट। जागरण

पालमपुर, संवाद सहयोगी। भारतीय जनता पार्टी से बगावत कर निगम चुनाव में उतरे पूर्व भाजपा मंडलाध्यक्ष संजीव सोनी व जिला महासचिव विजय भट्ट ने कहा कि पालमपुर में भाजपा सरकार व पार्टी नहीं हारी है, यह हार स्थानीय नेताओं की कांग्रेस से सांठगांठ कर टिकट आवंटन में की धांधली ने करवाई है। रविवार को भाजपा के पूर्व पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि प्रदेश नेतृत्व की ओर से सर्वे में दोनों का नाम सबसे ऊपर रहा था। लेकिन कुछ नेताओं ने टिकट आवंटन में ही कांग्रेस की झोली में निगम की बागडोर सौंप दी थी। भाजपा की हार के कारणों की जांच करवाने के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सहित प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप से मांग की है। संजीव सोनी ने बताया कि टिकट आवंटन में धांधली को लेकर उन्होंने प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना व मंत्रियों से भी बात की है।

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उन्होंने कहा कि कांग्रेस से सांठगांठ करके अपने चहेतों को टिकट देने की गंभीरता से जांच होनी चाहिए। भाजपा नेताओं ने कहा कि भाजपा में जिताऊ प्रत्याशियों की उपेक्षा हुई और वे कांग्रेस में चले गए। कुछ आजाद प्रत्याशी बनकर चुनाव जीत गए। यदि निगम चुनाव में सही उम्मीदवारों का चयन होता तो भाजपा बहुमत हासिल करती। उन्होंने कहा कि पार्षद बने भाजपा के दो प्रत्याशी भी अपने दम पर जीत हासिल करने में सफल हुए हैं जबकि कुछ लोगों ने उन्हें हराने का भी भरपूर प्रयास किया था। भाजपा के पूर्व नेताओं ने कहा कि 2022 के विधानसभा चुनाव में भी पार्टी ने इन नेताओं पर शिकंजा नहीं कसा तो भाजपा सरकार रिपीट करने का सपना ही रह जाएगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि विस चुनावों में पैराशूट व बाहरी उम्मीदवार की जगह धरती पुत्र को उतारा जाए। चुनाव में मात्र डेढ साल का समय बचा है व पार्टी को ङ्क्षचतन की जरूरत है। 2017 के विधानसभा चुनावों में भी ऐसे ही लोगों ने कांग्रेस से हाथ मिलाकर  भाजपा प्रत्याशी की लुटिया डुबोई थी।


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