भक्ति से परम लक्ष्य की करें प्राप्ति
व्यापारिक कस्बा जसूर के श्री अष्टभुजा दुर्गा माता मंदिर में बह रही श्रीमद भागवत कथा में सोमवार को दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के स्वामी विज्ञानानंद ने कथा महात्म्य बताते हुए कहा कि श्रीमदभागवत कथा समस्त वेदों ग्रन्थों का सार
संवाद सूत्र, जसूर : व्यापारिक कस्बा जसूर के श्री अष्टभुजा दुर्गा माता मंदिर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में सोमवार को प्रवचनों की अमृतवर्षा हुई। दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के स्वामी विज्ञानानंद ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा समस्त वेदों ग्रंथों का सार है और फलरूपा होने के कारण अत्यंत ही उत्तम जान पड़ती है। भक्ति में ज्ञान और वैराग्य की महत्ता सिद्ध करते हुए स्वामी ने वेद व्यास और भक्त ध्रुव की गाथा से बताया कि देवर्षि नारद ने सतगुरु की भूमिका का निर्वाह करते हुए वेद व्यास और भक्त ध्रुव को ब्रह्म ज्ञान प्रदान किया और अंतर घट में ईश्वर के प्रकाश स्वरूप का दर्शन किया, जो ध्रुव अपने सांसारिक पिता को गोद का अभिलाषी था उसने भक्ति की शक्ति से परम पिता श्री हरि की गोद को प्राप्त कर लिया। आज आवश्यकता है कि हम भी ब्रह्म ज्ञान द्वारा भक्ति को प्राप्त कर जीवन के परम लक्ष्य की प्राप्ति करें। कार्यक्रम का शुभारंभ स्वामी हरीशानंद और पंडित हंस राज शर्मा ने विधिवत ज्योति प्रज्वलित कर किया। इस उपलक्ष्य में स्वामी मेघानंद, महात्मा अश्वनी, आशीष और जसपाल ने सुमधुर भक्ति गीतों का गायन कर श्रद्धालुओं को नाचने पर विवश कर दिया। इस अवसर पर मंदिर महंत पंडित हंस राज शर्मा, स्वरूप शर्मा, उर्मिला शर्मा सहित अन्य मौजूद रहे।