भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का किया बखान
कस्बा जसूर के अष्टभुजा श्री दुर्गा माता मन्दिर में आयोजित श्रीमद भागवत कथा में वीरवार को दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की ओर से कथाव्यास स्वामी विज्ञानानंद ने भगवान श्री कृष्ण की दिव्य लीलाओं की तात्विक विवेचना करते हुए बताया कि द्वापर युग में भगवान श्री कृष्ण द्वारा अपने बाल्यकाल से लेकर प्रयाणकाल तक की गई प्रत्येक लीला का गूढ़ आध्यात्मिक
संवाद सूत्र, जसूर : जसूर के अष्टभुजा श्री दुर्गा माता मंदिर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में वीरवार को कथाव्यास स्वामी विज्ञानानंद ने भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का बखान किया।
उन्होंने बताया कि द्वापर युग में भगवान श्रीकृष्ण ने बाल्यकाल से प्रयाणकाल तक की गई प्रत्येक लीला का गूढ़ आध्यात्मिक रहस्य है जो उन्हें समाज के लिए एक आदर्श पुत्र, आदर्श मित्र, आदर्श गो संरक्षक, आदर्श नारी संरक्षक, आदर्श क्रांतिकारी, आदर्श संगीतज्ञ, आदर्श नर्तक, धर्म स्थापना के लिए आदर्श नीति मर्मज्ञ, आदर्श योद्धा व आदर्श प्रकृति प्रेमी के रूप में प्रस्तुत करती है परंतु दुखद विषय है कि आज प्रबुद्ध वर्ग के लोग प्रभु की प्रत्येक लीला को भौतिक एवं बौद्धिक स्तर पर समझने का प्रयास तो करते हैं लेकिन सनातन आध्यात्मिक पक्ष कहीं ना कहीं छूट जाता है। इस अवसर पर स्वामी हरीशानंद, अमृतपाल, साध्वी प्रभुज्योति भारती, ऊषा भारती ने भजनों का गायन कर प्रभु भक्तों में कृष्ण भक्ति रस का प्रसार किया।