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प्रदेश में फर्जी डिग्रियां बिकने का मामला दुर्भाग्यपूर्ण: शांता

प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कहा है कि देवभूमि हिमाचल प्रदेश में 43 हजार फर्जी डिग्रियां बिकने का कलंक अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है । 43 हजार डिग्रियां करोड़ों रुपये में बिकीं। हिमाचल में भी हजारों लोगों ने डिग्रियां खरीदीं। कई साल तक यह घोटाला होता रहा।

By Richa RanaEdited By: Published: Sat, 21 May 2022 04:21 PM (IST)Updated: Sat, 21 May 2022 04:21 PM (IST)
शांता कुमार ने कहा है कि देवभूमि हिमाचल प्रदेश में 43 हजार फर्जी डिग्रियां बिकने का कलंक अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।

पालमपुर,संवाद सहयोगी। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कहा है कि देवभूमि हिमाचल प्रदेश में 43 हजार फर्जी डिग्रियां बिकने का कलंक अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। 43 हजार डिग्रियां करोड़ों रुपये में बिकीं। हिमाचल में भी हजारों लोगों ने डिग्रियां खरीदीं। कई साल तक यह घोटाला होता रहा। हैरानी की बात यह है कि पुलिस और सरकार को इसका पता ही नहीं लगा। उन्होंने कहा कि हजारों लोगों ने डिग्रियां खरीदीं। सैकेड़ों घरों में चर्चा हुई होगी। पुलिस में गुप्तचर विभाग का यही काम होता है कि इस प्रकार के होने वाले अपराध का पता करें । यह भी अपने आप में एक बड़ा घोटाला है कि हिमाचल में इतना बड़ा महापाप और महा अपराध वर्षो तक होता रहा परंतु सरकार को कोई पता नहीं चला।

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शांता कुमार ने कहा कि यह सोच कर डर लग भी रहा है कि इस भ्रष्टाचार में जनता भी शामिल तो नहीं हो गई । डिग्रियां बिकने का पता लगा होगा । उन में एक भी ऐसा ईमानदार देशभक्त नहीं था जो इस अपराध की सूचना सरकार को देता। यह भी हो सकता है कि हिम्मत करके सूचना दी हो परंतु भ्रष्टाचार के कारण उस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई हो । उस समय के पुलिस गुप्तचर विभाग के प्रमुख को भी अपराधी बनाया जाना चाहिए । इस विभाग के पास लाखों रुपये इसी काम के लिए होते है । सैकड़ों कर्मचारी होते है । वह भी बराबर अपराधी है । उन्होंने कहा कि प्रदेश में पुलिस पेपर लीक घोटाले में हिमाचल प्रदेश के माथे पर एक और कलंक लगा है। रोज उसकी खबरें पढ़कर सिर शर्म से झुक जाता है। उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जी को बधाई दी है कि उन्होंने इस मामले को सीबीआई को सौंपने का निर्णय किया है।

शांता कुमार ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से आग्रह किया है कि भविष्य में हिमाचल प्रदेश का कोई भी विभाग अपने विभाग की भर्ती स्वंय न करें। यह काम करने के लिए हिमाचल प्रदेश में दो संस्थाएं पहले से स्थापित है। राजपत्रित कर्मचारियों के लिए प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन और अन्य कर्मचारियों के लिए कर्मचारी चयन कमीशन है। सभी विभागों की भर्ती का काम इन दो संस्थाओं द्वारा ही करवाया जाए। इस निर्णय से हर प्रकार के चयन में परदर्शिता आयेगी और किसी प्रकार के घोटाले की संभावना नहीं रहेगी । उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी शहीदों के सपनों का भारत बनाने के लिये दिन रात परिश्रम कर रहे हैं। केंद्र सरकार पर पिछले आठ साल में कोई ऊंगली भी नहीं उठा सका। परंतु मोदी सब जगह नहीं आएंगे। जनता को हर प्रकार का सहयोग देना होगा।


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