कांगड़ा हवाई अड्डा विस्तारीकरण पर शांता कुमार ने नेताओं और जिला प्रशासन को दिया सुझाव
भाजपा नेता शांता कुमार ने कहा कि गगल हवाई अड्डे के विस्तार का स्थानीय जनता विरोध कर रही हैं। मगर अब कुछ लोग इसके समर्थन में भी आगे आ रहे हैं।
पालमपुर, जेएनएन। भाजपा नेता शांता कुमार ने कहा कि गगल हवाई अड्डे के विस्तार का स्थानीय जनता विरोध कर रही हैं। मगर अब कुछ लोग इसके समर्थन में भी आगे आ रहे हैं। लिहाजा विरोध और विरोध के उत्तर में एक और विरोध समस्या का समाधान नहीं होगा। उन्होंने कहा कि गगल विस्तारीकरण से जिन लोगों को अपना घर और व्यापार उठाना पड़ेगा उनकी चिंता बहुत उचित है। वर्षों से बसे हुए घर परिवार और व्यापार को छोडऩा आसान नहीं है। उन्होंने सांसद किशन कपूर, विधायक विशाल नैहरिया, व उपायुक्त कांगड़ा से आग्रह किया कि वे विरोध करने वाले कुछ नेताओं को बुलाकर परस्पर बात करें। उन्हें बसाने के लिए सरकार कुछ अधिक प्रयत्न करें। समस्या का समाधान परस्पर बात करके ही हो सकता है। यदि वे सब चाहेंगे तो उनकी बातचीत में वे खुद भी आ सकते हैं।
शांता कुमार ने सबसे अपील करते हुए कहा कि मोर्चा लगाने से समस्या का समाधान नही होगा। उनकी ²ष्टि से समस्या विस्तारीकरण की नहीं, समस्या युवा पीढ़ी को बेरोजगारी और नशे की बर्वादी से बचाने की है। इस बात पर गहराई से विचार करें कि हिमाचल प्रदेश में बेरोजगारी की बढ़ती समस्या व उसके कारण निराश और हताश होती युवा पीढ़ी तथा इसी के कारण नशे के प्रकोप में जकड़ता हिमाचल यह सब एक बहुत बड़ी समस्या है। पूरे देश में बढ़ती आबादी के कारण बेरोजगारी और गरीबी बढ़ रही हैं। निराश और हताश कुछ युवा अपराध की दुनिया में जा रहे हैं।
कुछ नशे की चपेट में आ रहे है और कभी-कभी कुछ आत्महत्या भी करने लगे हैं। परंतु हम सब इतना याद रखें कि यदि युद्ध स्तर पर नये उद्योग लगाकर बेरोजगारी समाप्त नहीं हुई, तो हिमाचल और विशेषकर पंजाब की सीमा पर बसे कांगड़ा-चंबा की युवा पीढ़ी नशे के प्रकोप से पीडि़त हो जाएगी। पूरे देश में यह संख्या दिन प्रति दिन बढ़ती जा रही है। इस बेरोजगारी की समस्या का कोई सरकार समाधान नहीं कर सकती, क्योंकि हर वर्ष देश की आबादी एक करोड़ 60 लाख बढ़ जाती है और हर वर्ष नौकरी प्राप्त करने के लिए एक करोड़ नये उम्मीदवार खड़े हो जाते हैं।
शांता कुमार ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को बेरोजगारी दूर करने के लिए पर्यटन में क्रांतिकारी कदम उठाने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी का एक ही इलाज है कि युद्ध स्तर पर नये उद्योग प्रारंभ किए जाएं। हिमाचल प्रदेश पर्यटन की संभावनाओं की ²ष्टि से स्विटजरलैंड से कम नहीं बल्कि कुछ अधिक ही है। परंतु उस दिशा में काम नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि यदि चंबा का सीमेंट उद्योग, गगल हवाई अड्डे का विस्तारीकरण, हिमानी चामुंडा, पालमपुर-बंदला और बीड़ बिङ्क्षलग रोप-वे लग जाएं, तो कांगड़ा-चंबा पूरे देश में सबसे अधिक खुशहाल जिलों में शामिल होगा। परंतु कोई भी उद्योग धरती पर लगेगा तो कुछ लोगों को परेशानी होगी।