पालमपुर में साइंस पार्क, अब बच्चे जानेंगे विज्ञान के चमत्कार
पालमपुर में सात करोड़ से बनाया जा रहा साइंस पार्क, इनोवेशन हाल का भी होगा निर्माण, बच्चे खुद भी तैयार कर सकेंगे मॉडल।
पालमपुर, मुकेश मेहरा। प्रदेश के बच्चे अब विज्ञान के क्षेत्र में होने वाले आविष्कारों के बारे में जान सकेंगे। पालमपुर में केंद्र सरकार की ओर से सात करोड़ की लागत से उत्तर क्षेत्र के साइंस सेंटर यानी म्यूजियम का निर्माण किया जा रहा है। इसे अप्रैल 2019 तक जनता को समर्पित करने का लक्ष्य रखा गया है। यह केंद्र हिमाचल, पंजाब और जम्मू-कश्मीर के लिए भी संबंधित रहेगा।
पालमपुर में बन रहे साइंस सेंटर में बच्चों के लिए इनोवेशन हाल सहित बेहतरीन पार्क का निर्माण किया जाएगा। इसमें साइंस से संबंधित मॉडल होंगे। स्कूली बच्चे यहां अपने मॉडल भी तैयार कर सकेंगे। यहां पर बच्चों को विज्ञान से संबंधित फिल्म या अन्य गतिविधियों या गेस्ट लेक्चर लिए ऑडिटोरियम भी बन चुका है। जहां पर भवन बन रहा है उसके प्रांगण में एक बेहतर पार्क बनने जा रहा है जहां पर साइंस से संबंधित मॉडल लगाए जाएंगे। इसके लिए अगले माह तक काम भी शुरू हो जाएगा और दिल्ली से एग्जीवेटर फेवरिक्स की एक टीम इस काम को अंजाम देगी।
प्रदेश में अपनी तरह के बन रहे इस साइंस सेंटर में विज्ञान से संबंधित हर तरह की जानकारी बच्चों और बढ़ों को मिलेगी। इसे नेशनल काउंसिल ऑफ साइंस म्यूजियम द्वारा बनवाया जा रहा है। यहां भी अन्य केंद्रों की तरह टिकट का प्रावधान भी हो सकता है।
डायनासोर की प्रतिकृति बनी आकर्षण
बनूरी क्षेत्र में बन रहे म्यूजियम के बाहर रखी डायनासोर की प्रतिकृति सबका आकर्षण बन रही है। इस तरह के कई मॉडल यहां पर स्थापित होंगे। इस केंद्र में एक थ्रीडी हाल भी बनाया जाएगा। ऐसी व्यवस्था होगी जहां बच्चों को खेल-खेल में सीखने का मौका मिलेगा। ट्रेनर बच्चों को सिखाएंगे। देश भर में इस तरह के 56 केंद्र चल रहे हैं।
2014 में हुआ था शिलान्यास
साइंस पार्क का शिलान्यास 16 फरवरी 2014 में त्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र्र सिंह ने किया था।कुछ तकनीकी कारणों से इसके काम में देरी हुई लेकिन अब तक इसके भवन का 80 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है।
पालमपुर में बने रहे साइंस सेंटर का काम
अप्रैल 2019 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। यहां पर बच्चों को खेल-खेल में सीखने को मिलेगा। यहां पर इनोवेशन हब, थ्रीडी हाल सहित साइंस पार्क आदि बनेंगे।
-अनुराग कुमार, प्रोजेक्ट कोआडिनेटर एसआरएसी पालमपुर।