रुलेहड़ हादसा: मलबे में लापता नीरज कुमार की तलाश में जुटी एनडीआरएफ की टीम kangra News
Rulehad Landslide शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के रुलेहड़ में भूस्खलन व मलबे के कारण काल का ग्रास बने लोगों में से एक युवक का अभी तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है। रेस्क्यू टीम को छह दिन बाद भी उसका कोई पता नहीं चल पाया है।
धर्मशाला, जागरण संवाददाता। Rulehad Landslide, शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के रुलेहड़ में भूस्खलन व मलबे के कारण काल का ग्रास बने लोगों में से एक युवक का अभी तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है। रेस्क्यू टीम को छह दिन बाद भी उसका कोई पता नहीं चल पाया है। यही वजह है कि अभी भी प्रशासनिक प्रयास जारी हैं। सोमवार को हुई विनाशकारी बारिश व भूस्खलन के कारण 15 लोगों पर कहर टूटा था। पांच लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया, जबकि नौ के शव निकाले गए हैं। अब एक शख्स लापता है। एनडीआरएफ, पुलिस, गृहरक्षक व स्थानीय लोगों ने राहत बचाव कार्य जारी रखे हुए है।
रविवार को बारिश का दौर एक बार फिर से शुरू हो गया है। इस कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कत पेश हो सकती है। मौसम विभाग ने आज जिला कांगड़ा में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
जिला प्रशासन अभी लोगों के पुनर्वास कार्य में लगा हुआ है। लोगों के घर पूरी तरह से मलबे के ढेर में बदल चुके हैं। मलबे की चपेट में अने से नीरज कुमार पुत्र स्वर्गीय भीम सेन का कोई पता नहीं चल रहा है। नीरज कुमार के बड़े पत्थर के नीचे दबे होने की आशंका जताई जा रही है। यदि यहां भी उसका सुराग नहीं मिल पाता है तो साथ लगती खड्ड में उसे बह जाने की संभावना बन रही है।
आत्यधिक बारिश ने न केवल रुलेहड़ बल्कि भागसूनाग, मैक्लोडगंज, शिला में भी कहर बरपाया था। ऐसे में काफी लोग अपने घरों से बेघर हुए हैं। शिला में बेघर हुए लोगों के पुनर्वास का काम जिला प्रशासन ने किया है। भागसूनाग में भी प्रल्यकारी बारिश ने काफी नुकसान किया है। जिला प्रशासन ने लोगों से आग्रह किया है कि लोग अपने घरों में ही रहें और बरसात के समय में नालों व नदियों में न जाएं।