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ज्‍वालामुखी में दो महीने बाद भी नहीं जागा लोक निर्माण विभाग नहीं हटाई चट्टान, हो सकता है बड़ा हादसा

पूरे प्रदेश में चट्टानों से पत्थर गिरने तथा भूस्खलन की अनेकों घटनाओं में दर्जनों लोगों की जान जाने के बाद भी लोकनिर्माण विभाग की कुंभकर्णी नींद टूटने का नाम नहीं ले रही है। चम्बापत्तन पुल के पास एक ये चट्टान कभी भी बड़े हादसे को अंजाम दे सकती है

By Richa RanaEdited By: Published: Mon, 27 Sep 2021 12:02 PM (IST)Updated: Mon, 27 Sep 2021 12:02 PM (IST)
ज्‍वालामुखी में दो महीने बाद भी लोकनिर्माण विभाग ने चट्टान नहीं हटाई है।

ज्वालामुखी, प्रवीण कुमार शर्मा। पूरे प्रदेश में चट्टानों से पत्थर गिरने तथा भूस्खलन की अनेकों घटनाओं में दर्जनों लोगों की जान जाने के बाद भी लोकनिर्माण विभाग की कुंभकर्णी नींद टूटने का नाम नहीं ले रही है। उपमंडल जवालामुखी के तहत चम्बापत्तन पुल के बिल्कुल पास ये भरकम चट्टान कभी भी बड़े हादसे को अंजाम दे सकती है, लेकिन विभाग तथा प्रशासन इतने ग़ैरजिम्मेवार हैं कि इस चट्टान के गिरने से होने वाले नुकसान को आंखे बंद करके अनदेखा कर रहे हैं।

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डर है कि यातायात के लिए हर दम व्यस्त यह जगह इस चट्टान के कारण बड़े हादसे का गवाह ना बन जाए, विभाग तथा प्रशासन को इस वाबत स्थानीय लोग कई बार चेता चुके हैं। पंकज ठाकुर, विवेक शर्मा, राज शर्मा व सुरिंद्र राणा ने बताया कि एक बड़ी चट्टान कमजोर मिट्टी के सहारे टिकी है। चट्टान से बड़े पत्थरों तथा चट्टान के ही कई हिस्सों का टूटकर मुख्य सड़क पर गिरने का सिलसिला लम्बे समय से जारी है, लेकिन पहाड़ी से गिर रहे मलवे को हटाने के इलावा लोकनिर्माण विभाग की इस बड़े खतरे की तरफ आंख नहीं गई है।

पंजाब तथा हिमाचल को जोड़ने बाले इस पुल से रोजाना दर्जनों वाहनों की आवाजाही होती है.नजदीकी कॉलेश्वर महादेव मंदिर तथा जवालामुखी मन्दिर में दर्शनों के लिए शॉर्टकट रास्ता होने की बजह से बाबा बड़भाग सिंह तथा नंगल डैम तथा चिंतपूर्णी के लिए पर्यटक तथा धार्मिक पर्यटक यहां से गुजरते हैं। कारनवश आने जाने वालों के लिए पहाड़ी पर लटकी कई जगह से जर्जर यह चट्टान कभी भी बड़े हादसे का कारण बन सकती है।

लोकनिर्माण बिभाग ने हालांकि सप्ताह भर पहले ही चट्टान से नीचे आये मलवे को हटाया है लेकिन जर्जर चट्टान को अभी भी सहेज कर ही रखा जा रहा है। पिछली रात भी भारी बारिश के कारण चट्टान से कई पत्थर सड़क पर आकर गिरे हैं। जिससे कभी भी कोई भी बाहन इसकी जद में आ सकता है। स्थानीय निवासी रिशांत डोगरा, राज शर्मा, ओम प्रकाश, पप्पी कुमार, अश्वनी कुमार, बबलू साहनी, कोम राज ने बताया कि यह रास्ता यातायात के लहजे से व्यस्त हैं। जो लोग स्थानीय हैं बे तो मौसम खराब होने तथा भारी बारिश में दूसरे रास्तों से निकल जाते हैं लेकिन बाहर से आने जाने वालों को पता ना होने की वजह से बड़ा खतरा बना हुआ है।

लोक निर्माण विभाग तथा प्रशासन को चाहिए कि इससे पहले की कोई दुर्घटना हो चट्टान को वहां से हटाया जाए। साथ ही चेतावनी बोर्ड भी लगाया जाए ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। एसडीएम देहरा धनवीर ठाकुर ने कहा कि करीब एक माह पहले इस चट्टान के बारे में बताया गया था, हमने तत्काल इसे हटाने के निर्देश विभाग को दिए थे। अभी तक इस ठीक क्यों नहीं किया गया इस संबंध में लोक निर्माण विभाग से जवाब मांगा जाएगा। उधर लोक निर्माण विभाग मंडल देहरा के अधिशाषी अभियंता दिनेश धीमान ने बताया कि यह मामला हमारे धयान में है। इसका दौरा भी किया है, निश्चित तौर पर यह खतरनाक है, हम जल्द इसे हटाएंगे या रास्ता बंद करके आवाजाही के लिए दूसरे रास्ते को विकल्प के तौर पर प्रयोग करेंगे।


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