निजी विश्वविद्यालयों में ऑनलाइन पढ़ाई का होगा इंटरनल ऑडिट, निजी शिक्षा नियामक आयोग करेगा जांच
Private University Audit निजी विश्वविद्यालयों में ऑनलाइन पढ़ाई का इंटरनल ऑडिट होगा। हिमाचल प्रदेश राज्य निजी शिक्षा नियामक आयोग यह ऑडिट करवाएगा। इसमें देखा जाएगा कि निजी विश्वविद्यालय छात्रों से फीस तो ले रहे हैं क्या वह ऑनलाइन पढ़ाई भी करवा रहे हैं या नहीं।
शिमला, जागरण संवाददाता। प्रदेश में चल रहे निजी विश्वविद्यालयों में ऑनलाइन पढ़ाई का इंटरनल ऑडिट होगा। हिमाचल प्रदेश राज्य निजी शिक्षा नियामक आयोग यह ऑडिट करवाएगा। इसमें देखा जाएगा कि निजी विश्वविद्यालय छात्रों से फीस तो ले रहे हैं, क्या वह ऑनलाइन पढ़ाई भी करवा रहे हैं या नहीं। विश्वविद्यालयों में ऑनलाइन पढ़ाई के लिए किस तरह का इंफ्रास्ट्रक्चर मौजूद है। यदि कोई छात्र ऑनलाइन पढ़ाई से नहीं जुड़ पाया है तो उसके लिए क्या सुविधा दी गई है। ऐसे कितने छात्र हैं, क्या उन्हें ऑफलाइन तरीके से नोट्स भेजे जा रहे हैं। आयोग ने इसको लेकर प्रक्रिया शुरू कर दी है।
नियामक आयोग के अध्यक्ष मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) अतुल कौशिक ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया यह ऑडिट जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा। आयोग सभी निजी विश्वविद्यालयों की इंटरनल इंस्पेक्शन भी करेगा। इसके लिए हाई पावर कमेटी गठित की जाएगी। कमेटी में सेवानिवृत्त न्यायिक अधिकारी, सेवानिवृत्त डीजीपी, और शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े लोगों को शामिल किया जाएगा। शिक्षा में गुणवत्ता लाने के लिए आयोग यह कदम उठाने जा रहा है।
दाखिलों में सरलता लाने के निर्देश
निजी शिक्षा नियामक आयोग ने प्रदेश के सभी 17 निजी विश्वविद्यालयों को निर्देश दिए हैं कि वह दाखिलों में सरलता लाएं। निजी विश्वविद्यालयों में 30 सितंबर तक दाखिले की अंतिम तिथि रखी गई है। इसमें देखा जाए कि कोई भी छात्र दाखिले से वंचित न रहे। हिमाचल प्रदेश निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग ने प्रदेश के जिन चार निजी विश्वविद्यालयों में दाखिले पर रोक लगाई थी, उसमें से तीन में इस साल दाखिले होंगे। प्रदेश उच्च न्यायालय से इन तीन विश्वविद्यालयों को राहत मिल गई है। इनमें एपीजी शिमला विवि, अरनी विश्वविद्यालय इंदौरा और इंडस इंटरनेशनल विश्वविद्यालय ऊना में दाखिले होंगे, जबकि मानव भारती विश्वविद्यालय सोलन को अभी राहत नहीं मिली है।