Himachal Weather Forecast: कल से फिर बारिश और बर्फबारी के आसार, जानिए कब तक साफ होगा मौसम
Himachal Pradesh Weather Forecast हिमाचल प्रदेश में दो दिन धूप से मिली राहत के बाद फिर से मौसम सताने वाला है।
धर्मशाला, जेएनएन। हिमाचल प्रदेश में दो दिन धूप से मिली राहत के बाद फिर से मौसम सताने वाला है। मौसम विशेषज्ञों ने 24 और 25 जनवरी को प्रदेश के अधिकांश हिस्साें में बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई है। 26 व 27 को मौसम शुष्क बना रहेगा, कुछ इलाकों में धूप खिलेगी। लेकिन कोहरे की वजह से ठंड में इजाफा होगा। भारी बर्फबारी के कारण अभी भी प्रदेश में कई सड़कें बंद पड़ी हैं तो बिजली आपूर्ति भी ठप है। इस कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। खासतौर पर लाहुल स्पीति जिला और चंबा के पांगी उपमंडल में जनजीवन बुरी तरह अस्त व्यस्त है।
बर्फबारी के दौरान राहत कार्यों और जनसुविधाओं की बहाली की समीक्षा के लिए प्रधान सचिव (राजस्व एवं कृषि) ओंकार शर्मा ने विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों व उपायुक्तों के साथ शिमला में वीडियो कांफ्रेंस की। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में जनसुविधाएं शीघ्र बहाल करने के निर्देश दिए। उन्होंने उपायुक्तों को विभिन्न आपदाओं के हुए नुकसान का आकलन कर इसकी रिपोर्ट शीघ्र प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने आपदा प्रबंधन के दौरान दक्षतापूर्ण कार्य करने के लिए 'ब्लू बुक' तैयार करने के लिए भी कहा। ब्लू बुक में जिलों में आपदा प्रबंधन के लिए की जाने वाली मॉक ड्रिल से प्राप्त जानकारी, समय व स्थान के आधार पर प्राप्त अनुभव की तकनीकी जानकारी आदि सम्मिलित की जानी चाहिए।
खरीदे जाएंगे स्नो कटर
उन्होंने कहा कि बर्फबारी के दौरान सड़कें बंद होने से यातायात प्रभावित होता है। इस समस्या के समाधान के लिए शीघ्र स्नो कटर व अन्य जरूरी उपकरण खरीदे जाएंगे। उन्होंने 15 मार्च तक जिला आपदा प्रबंधन योजना को अपडेट करने के निर्देश दिए और कहा कि यह कार्य हर वर्ष समयबद्ध पूरा होना चाहिए। उन्होंने सभी जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को इंडिया डिजास्टर रिसोर्स नेटवर्क में नियमित रूप से प्रवृष्टियां दर्ज करने के निर्देश दिए। आपदा प्रबंधन के मद्देनजर राज्य के विभिन्न स्थानों में हेलीपैड बनाने के लिए 51 स्थल चिह्नित किए गए हैं।
सासे देगा त्वरित प्रतिक्रिया दलों को प्रशिक्षण
प्रधान सचिव ने कहा कि बर्फ से प्रभावित होने वाले जिलों में हिमस्खलन के दौरान आपदा राहत कार्यों के लिए हिम तथा अवधाव अध्ययन संस्थान (सासे) मनाली के माध्यम से त्वरित प्रतिक्रिया दलों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इससे बर्फबारी से प्रभावित क्षेत्रों में हिमस्खलन से संबंधित आपदा के प्रबंधन में मदद मिलेगी। उन्होंने उपायुक्तों को राहत प्रदान करने के मामलों पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस वर्ष आपदा प्रबंधन कार्यों के लिए राज्य द्वारा भेजे गए नुकसान के ज्ञापन के अनुसार केंद्र से अब तक की सबसे अधिक 27 प्रतिशत राहत राशि मिली है।