गेहूं की फसल के लिए बारिश संजीवनी, बागवानी के लिए भी उम्दा; जानिए क्या कहते हैं विशेषज्ञ
Rain Effect on Crop बारिश और बर्फबारी से किसानों और बागवानों के चेहरे खिल उठे हैं।
पालमपुर, जेएनएन। बारिश और बर्फबारी से किसानों और बागवानों के चेहरे खिल उठे हैं। कृषि विशेषज्ञ ऐसे मौसम को किसानों और बागवानों के लिए बेहतर बता रहे हैं। गेहूं की फसल के लिए बारिश संजीवनी है तो बागवानी के लिए भी यह उम्दा रहेगी। गेहूं, सरसों, आलू, मटर, मसूर, चना, बरसीन, प्याज व लहसुन रबी सीजन की प्रमुख फसलें हैं। इसके अलावा गुठलीदार फलों के चिलिंग ऑवर्स भी बर्फबारी से पूरे होंगे।
तीन दिन तक बारिश की संभावना जताई गई है। इससे भूमि के अंदर पर्याप्त नमी रहेगी। गेहूं व अन्य फसलों के लिए बारिश लाभदायक रहेगी। बर्फबारी से बागवानी फसलों के लिए चिलिंग ऑवर्स पूरे हो जाएंगे। -डॉक्टर यशपाल ठाकुर, प्रसार शिक्षा निदेशक, हिमाचल प्रदेश कृषि विवि पालमपुर।
शीतलहर की चपेट में कांगड़ा घाटी
मौसम के बदले मिजाज से कांगड़ा घाटी शीतलहर की चपेट में आ गई है। पहाड़ों में हो रहे हिमपात व मैदानों में बूंदाबांदी से धर्मशाला का अधिकतम पारा लुढ़क गया है। धर्मशाला का अधिकतम तापमान 7.8 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम पारा 2.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।