लाहुल स्पीति के तोजिंग नाला में बादल फटने से बहे राहुल कुमार का शव 9 दिन बाद मलबे से मिला
लाहुल स्पीति के तोजिंग नाला में बादल फटने से बहे बीआरओ के कनिष्ठ अभियंता राहुल कुमार का शव 9 दिन बाद मलबे से बरामद हुआ है। राहुल कुमार बिहार के लखीसराय गांव व डाकघर रामपुर तहसील सूरजधरा के रहने वाले थे।
लाहुल स्पीति, जागरण संवाददाता। जनजातीय जिला लाहुल स्पीति के उदयपुर क्षेत्र के रंगवे नाला (तोजिंग) में बहे सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के लापता कनिष्ठ अभियंता (जेई) राहुल कुमार का शव नौ दिन बाद मलबे से क्षत-विक्षत हालत में मिला है। इसकी पहचान राहुल के चाचा विनय पांडे ने वर्दी व बाजू में बंधे धागे से की।बादल फटने से रंगवे नाला में आई बाढ़ से 27 जुलाई देर शाम राहुल के साथ तीन अन्य मजदूर भी जेसीबी के साथ बह गए थे। लापता लोगों की तलाश में नौ दिन से सर्च अभियान चल रहा था। सेना के स्निफर डाग की मदद से वीरवार को एक क्षत-विक्षत शव मिला। राहुल कुमार पुत्र रामानुज पांडे बिहार के लखीसराज जिले की तहसील सूर्यगढ़ा के रामपुर गांव का रहने वाला था। कोलकाता से बीटेक करने के बाद इसी साल 12 अप्रैल को बीआरओ में कनिष्ठ अभियंता के पद पर तैनात हुआ था। शव राहुल का है या किसी दूसरे का, इसका पता डीएनए जांच के बाद ही चल पाएगा। पुलिस ने चारों लापता लोगों के स्वजनों की डीएनए जांच करवाने का निर्णय लिया है। राहुल के पिता का सैंपल डीएनए जांच के लिए मंगवाया है। बरामद शव की हड्डी डीएनए जांच के लिए सुरक्षित रखी गई है। शव के एक बाजू पर वर्दी का कटा-फटा टुकड़ा मिला है। बीआरओ कार्यरत अधिकारी ही वर्दी पहनते हैं। वर्दी के आधार पर विनय पांडे ने राहुल की पहचान की है। बाजू पर एक धागा बंधा हुआ था। कुक ने विनय पांडे को बताया था कि राहुल के बाजू में वह अकसर धागा बंधा देखता था। राहुल के साथ नेपाली मूल के दो व स्थानीय व्यक्ति भी बह गया था। दोनों नेपालियों के कान में छेद थे। बरामद शव के कान में कोई छेद नहीं है। शव का अंतिम संस्कार शुक्रवार को लाहुल में होगा। अन्य तीन लापता लोगों के स्वजन की भावना को देखते हुए अंतिम संस्कार में चारों के स्वजन मौजूद रहेंगे। डीएनए रिपोर्ट आने के बाद अस्थियां स्वजन के हवाले की जाएंगी।
विनय पांडे ने बिहार सरकार पर नौ दिन बाद भी कोई सुध न लेने के आरोप लगाया है। वह भी सेना में कार्यरत हैं। राहुल तीन बहनों का इकलौता भाई था। तीनों बहनें छोटी हैं। एक की शादी नंवबर में है।
शव की पहचान वर्दी व धागे के आधार पर की गई है। डीएनए जांच के बाद सही पता चल पाएगा।
-विनय पांडे, राहुल कुमार के चाचा।
रंगवे नाला से क्षत-विक्षत शव मिला है। उसकी पहचान राहुल कुमार के रूप में हुई है। तीन अन्य लापता लोगों के स्वजन के आग्रह पर डीएनए जांच करवाने का निर्णय लिया है।
-नीरज कुमार, उपायुक्त लाहुल-स्पीति।