बस ऑपरेटर बोले, टोकन टैक्स और विशेष पथकर हो माफ, दूसरा खेमा फिर उतरा प्रदेश सरकार के पक्ष में
Private Bus Operators दो खेमों में बंटे निजी बस ऑपरेटरों के एक दूसरे की घेराबंदी और तेज कर दी है। फिर से प्रदेश सरकार के पक्ष में उतने एक खेमे ने पराशर गुट पर निशाना साधा।
धर्मशाला/शिमला, जेएनएन। दो खेमों में बंटे निजी बस ऑपरेटरों के एक दूसरे की घेराबंदी और तेज कर दी है।
फिर से प्रदेश सरकार के पक्ष में उतने एक खेमे ने पराशर गुट पर निशाना साधा। उन्होंने किराया बढ़ाने की बजाय टोकन टैक्स और विशेष पथकर माफ करने की मांग सरकार से उठाई है। कहा कि कोरोना संकट में सरकार का विरोध करना उचित नहीं है। उन्होंने आर्थिक पैकेज भी मांगा। इससे सरकार पर किराया बढ़ाने का लगातार दबाव बढ़ा रहा राजेश पराशर गुट बैकफुट पर आ गया है।
सरकार के पक्ष में उतरे खेमे ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रदेश के निजी बस ऑपरेटरों से बैठक की। चर्चा के बाद सहमति बनाई गई कि टोकन टैक्स और विशेष पथकर में 31 जुलाई के बाद भी छूट जारी रहे। यह छूट इसी माह तक है। आर्थिक पैकेज दो लाख प्रति बस को बढ़ाकर तीन लाख सुनिश्चित करें, क्योंकि बस के बीमा के लिए 70-80 हजार खर्च होते हैं व टायर पर भी करीब एक लाख रुपये लग जाता है। बैटरी, मैकेनिकल रिपेयर, ड्राइवर-कंडक्टर, डीजल इत्यादि बहुत से खर्च हैं। इसे भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।
क्या कहते हैं निजी बस ऑपरेटर
- राजेश पराशर जिस प्रकार सरकार व परिवहन विभाग का विरोध कर रहे हैं, उचित नहीं है। क्योंकि सरकार ने बस ऑपरेटरों को जितनी राहत हिमाचल प्रदेश में प्रदान की है किसी अन्य प्रदेश सरकार ने की। -भूपेश नंदन, निजी बस ऑपरेटर, कुल्लू
- सरकार हमें आर्थिक पैकेज दें। राजेश पराशर ने जिस तरीके से सरकार का विरोध किया, वह ठीक नहीं है। अब ऑपरेटर खुद सरकार के सामने अपनी मांगे रखेंगे। हमें उम्मीद है कि ऑपरेटरों को आर्थिक पैकेज मिलेगा। -प्रताप ठाकुर, निजी बस ऑपरेटर, शिमला।
- बसें बंद नहीं करेंगे। कांगड़ा में बसें चल रही हैं। इन्हें और ज्यादा चलाने की कोशिश करेंगे। हम सरकार के साथ खड़े हैं। -हैपी अवस्थी, अध्यक्ष, जिला कांगड़ा, निजी बस ऑपरेटर संघ।मुझे अध्यक्ष पद की लालसा नहीं है। ऑपरेटर चाहें तो कल अपने पद से इस्तीफा दे दूंगा। अभी कार्यकाल पूरा नहीं हुआ है। मैं किसी संगठन विशेष से नहीं जुड़ा हूं। मैं कारोबारी हूं। -राजेश पराशर, अध्यक्ष, निजी बस ऑपरेटर संघ।