प्रतिभा ने कोटखाई दुष्कर्म व हत्या मामले को बताया मामूली
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने 2017 में कोटखाई में स्कूली छात्रा की दुष्कर्म के बाद हत्या को मामूली घटना बताया है। लाहुल स्पीति के केलंग में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रतिभा ने कहा कि हमारी सरकार के समय 2017 में एक गांव में छोटी सी वारदात हुई थी।
कुल्लू, जागरण संवाददाता। प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष एवं मंडी संसदीय क्षेत्र की सदस्य प्रतिभा सिंह ने 2017 में शिमला जिले के कोटखाई में स्कूली छात्रा की दुष्कर्म के बाद हत्या को मामूली घटना बताया है। लाहुल स्पीति के केलंग में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रतिभा ने कहा, कि हमारी सरकार के समय 2017 में एक गांव में छोटी सी वारदात हुई थी। एक स्कूली बच्ची से दुव्र्यवहार हुआ था। भाजपा के लोगों ने इस पर खूब हल्ला मचाया। थाना जला दिया था और मामले की जांच की मांग की थी।
बकौल प्रतिभा, तत्कालीन वीरभद्र सिंह सरकार ने तुरंत जांच के आदेश दिए थे। दूसरे दिन सीबीआइ को मामला सौंप दिया था। सीबीआइ ने जांच शुरू की लेकिन भाजपा नेताओं ने जनता के बीच इस मामले का रोना रोया और सरकार बदलने तक इस मामले को भुनाते रहे। भाजपा नेताओं ने लोगों को यह बताने का प्रयास किया था कि इस मामले में बड़ा कुछ हुआ है, हालांकि ऐसा कुछ नहीं था। जनता जानती थी। अब भाजपा के लोग इसकी चर्चा नहीं करते हैं।
सत्ता में आते ही स्थापित करेंगे सोनिया के नाम की पट्टिका
केलंग : प्रतिभा सिंह ने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनते ही अटल टनल की शिलान्यास पट्टिका स्थापित की जाएगी। मनमोहन सिंह सरकार के कार्यकाल में कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इसकी आधारशिला रखी थी। भाजपा सरकार ने रोहतांग टनल का नाम बदलकर अटल टनल रोहतांग कर दिया। उन्होंने कहा कि पेपर लीक नहीं हुए बल्कि बेचे गए हैं। कांग्रेस में किसी भी तरह की गुटबाजी नहीं है।वह पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं को साथ लेकर चलेंगी। हर कार्यकर्ता को भी बात रखने का पूरा अधिकार दिया जाएगा। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस योग्य महिलाओं को भी टिकट देगी। लाहुल स्पीति से भाजपा विधायक रामलाल मार्कंडेय ऐसे कोई भी पांच काम बताएं, जिससे क्षेत्र के लोगों को लाभ पहुंचा हो।
क्या था मामला
शिमला जिले के कोटखाई के महासू स्कूल की दसवीं की छात्रा चार जुलाई 2017 को लापता हो गई थी। छह जुलाई को उसका शव दांदी के जंगल में मिला था। फारेंसिक रिपोर्ट में दुष्कर्म के बाद हत्या की बात सामने आई थी। शिमला पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म व हत्या का मामला दर्ज कर पांच आरोपित गिरफ्तार किए थे। एसआइटी जांच से जनता संतुष्ट नहीं थी, जिस पर सरकार ने सीबीआइ जांच की सिफारिश की थी। सीबीआइ ने इन आरोपितों को क्लीनचिट दी थी जबकि एक चरानी नीलू को आरोपित बनाया था। अदालत ने 18 जून, 2021 को नीलू को दोषी ठहराते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई थी।