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22 साल बाद ही क्यों आई विस्थापितों की याद

पौंग बांध विस्थापित संघर्ष समिति के मुख्य सचिव कुलभूषण ठाकुर ने पूछा है कि 22 साल बाद ही कमेटी को विस्थापितों की याद क्यों आई।

By Edited By: Published: Mon, 12 Nov 2018 06:49 PM (IST)Updated: Tue, 13 Nov 2018 11:49 AM (IST)
22 साल बाद ही क्यों आई विस्थापितों की याद
22 साल बाद ही क्यों आई विस्थापितों की याद

जेएनएन, धर्मशाला। : पौंग बांध विस्थापित संघर्ष समिति के मुख्य सचिव कुलभूषण ठाकुर ने पूछा है कि 22 साल बाद ही कमेटी को विस्थापितों की याद क्यों आई। पौंग बांध विस्थापितों के लिए आरक्षित भूमि पर सुविधा संपन्न पुनर्वास सुनिश्चित करने व समस्याओं के समाधान के लिए उच्चतम न्यायालय की गठित हाई पावर कमेटी का स्थान निरीक्षण के लिए दिसंबर में दौरा प्रस्तावित है। उन्होंने कहा कि भू माफिया द्वारा सैकड़ों विस्थापितों की भूमि जबरन छीन ली गई और जेसलमेर के शुष्क एवं सूखाग्रस्त रेगिस्तान में भूमि आवंटित की गई तब यह हाई पावर कमेटी मूकदर्शक बनी रही।

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उनके साथ संयुक्त सचिव शेर स‍िंह, वरिष्ठ उपप्रधान राम कुमार और समिति व राज्यस्तरीय पौंग विस्थापित पुनर्वास एवं सलाहकार कमेटी के पूर्व सदस्य अश्वनी कुमार शर्मा ने आशंका जाहिर की है कि कहीं उपरोक्त कवायद भू माफिया को बचाने की तो नहीं या इन विस्थापितों को गंगानगर में आरक्षित भूमि पर बसाने की है। उन्होंने कहा कि हाई पावर कमेटी का जेसलमेर में सुविधाओं का आकलन करना और उसके बाद जेसलमेर की शुष्कग्रस्त मरुस्थल भूमि को विस्थापितों के आवंटन के लिए सिफारिश करना भू-माफिया को बचाने के अलावा कुछ नहीं है।

उन्होंने मांग उठाई कि उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार 1188 मुरब्बों को शेष बचे विस्थापितों के बीच गंगानगर में आरक्षित भूमि में आवंटित किया जाए और आरक्षित भूमि दो लाख, 20 हजार एकड़ का भी हिसाब दिया जाए, कि इसमें से कितनी भूमि विस्थापितों को आवंटित हुई है। उन्होंने हाई पावर कमेटी से मांग उठाई है कि पूर्व की तरह राजा का तालाब या फतेहपुर में पौंग विस्थापितों के साथ बैठक की जाए और चकवार निरीक्षण तिथियां घोषित की जाएं, ताकि विस्थापित तिथि के अनुसार जेसलमेर में अपनी-अपनी आपत्ति दर्ज करवा सकें।

राजेश नंदपुरी ने छोड़ा प्रधान पद 
नगरोटा सूरियां : युवा पौंग डैम विस्थापित व्यापार मंडल बस अड्डा नगरोटा सूरियां के प्रधान राजेश नंदपुरी ने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने बताया कि उनका तीन साल का कार्यकाल पूरा हो चुका है और व्यस्तता बढ़ने के कारण प्रधान पद से इस्तीफा व्यापार मंडल महामंत्री को सौंप दिया है। इस कार्यकाल में व्यापार मंडल बस अड्डा के व्यापारियों की समस्याओं को प्रभावी ढंग से सरकार से उठाकर हल करवाया है। बस अड्डे पर शौचालय की व्यवस्था करवाई व पेयजल के लिए वाटर कूलर की व्यवस्था भी की। शीघ्र ही व्यापार मंडल के चुनाव करवा लिए जाएंगे।


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