पुलिस ने दो नाबालिगों समेत चार लोगों को चिट्टे और चरस समेत पकड़ा, गेस्ट हाउस में ठहरे थे नाबालिग
पुलिस ने चिट्टा और हेरोइन के साथ 2 नाबालिग सहित कुल 4 लोगों को पकड़ा है। पहला मामला संजौली का है।
शिमला, जेएनएन। पुलिस ने चिट्टा और हेरोइन के साथ 2 नाबालिग सहित कुल 4 लोगों को पकड़ा है। पहला मामला संजौली का है। दोनों लड़के गेस्ट हाउस में ठहरे हुए थे। पुलिस ने इनकी तलाशी ली तो इनके पास से 62.2 ग्राम चरस बरामद हुई। दोनों लड़कों के नाबालिग होने के बाद इन्हें रिहा कर दिया गया। पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
दूसरा मामला सुन्नी थाना का है। पुलिस ने दो युवकों को हेरोइन के साथ पकड़ा है। इनके पास से 3.95 ग्राम चरस और 1.53 ग्राम चिट्टा बरामद किया है। युवकों की पहचान 27 वर्षीय गुलशन कुमार (27) निवासी थाना डाकघर ननखड़ी तहसील रामपुर और अजय निवासी बनाल डाकघर ननखड़ी तहसील रामपुर जिला शिमला के तौर पर की गई है।
सुन्नी थाना पुलिस ने रूटीन चेकिंग के दौरान हरी बावड़ी के पास कार एचपी-06बी-0932 को रोका। गाड़ी के अंदर दो युवक बैठे थे। चेकिंग के दौरान इनके पास से हेरोइन बरामद हुई है। पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस थाना सुन्नी में इस मामले की जांच चल रही है। एसपी शिमला ओमापति जमवाल ने कहा मामले एडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
युवाओं में फैल रहा है चिट्टे का नशा
चिट्टे का सेवन अन्य नशों के मुकाबले काफी ज्यादा बढ़ता जा रहा है। पुलिस ने नशे पर लगाम लगाने के लिए विशेष मुहिम चलाई हुई है बावजूद इसके यह कारोबार फैलता जा रहा है। चिट्टे के नशे में नाबालिग और युवतियां भी शामिल हैं। पुलिस ने चार दिन पहले शोघी में चिट्टे के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। इससे पहले बीते नवंबर महीने में भट्टाकुफर से 2.60 ग्राम चिट्टे के साथ सिक्किम का युवक गिरफ्तार किया था। इसके अलावा 26 नवंबर को ढली में नाबालिग से 6.52 ग्राम, 21 नवंबर को ढली में युवक से 2 ग्राम चिट्टा, 9 नवंबर को सब्जी मंडी से युवक से 0.84 ग्राम चिट्टा और पांच नवंबर को छात्र से चिट्टे के साथ पकड़ी गईं थीं। दस दिसंबर को शोघी में किन्नौर के युवक से 38.47 ग्राम चिट्टा, 16 दिसंबर को टुटीकंडी में चार युवकों को 69.5 ग्राम और 29 दिसंबर को तारादेवी से रामपुर के युवक से 35.95 ग्राम चिट्टा बरामद किया था।
ग्रामीण क्षेत्रों में भी पहुंचने लगा चिट्टा
राजधानी ही नहीं, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों के युवा नशे की इसकी चपेट में हैं। पुलिस ने पिछले साल नशे के 160 के करीब मामले दर्ज किए थे। सबसे ज्यादा मामले चिट्टे के पकड़े गए हैं। पुलिस ने चिट्टे के 91 मामले दर्ज किए हैं। नशे का कारोबार केवल शहरी क्षेत्रों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंच गया है।