खेतों में सीटी बजते ही पहुंची पुलिस, कुकर छोड़ भागे युवा
कोरोना के चलते लगे कर्फ्यू में लोगों को घरों से बाहर निकलना प्रतिबंधित है। ऐसे के युवा वर्ग अपने मजे करने एवं जश्न मनाने के कई जतन कर रहे हैं लेकिन ऐसे लोगों की इच्छाओं पर पुलिस का पहरा इतना कड़ा है कि घर से बाहर कुछ भी पकने की आवाज आते ही खाकी दस्तक देकर उनकी उम्मीदों पर पानी फेर रही है।
जागरण संवाददाता, धर्मशाला : कर्फ्यू के कारण जहां लोगों के घरों से बाहर निकलने पर मनाही है, वहीं कुछ युवा मौज-मस्ती के लिए तोड़ निकालने से भी बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसे युवाओं की इच्छाओं पर पुलिस का पहरा इतना कड़ा हो गया है कि वह घर से बाहर कुछ भी पकने की खुशबू आते ही उनकी उम्मीदों पर पानी फेर रही है। ऐसा ही ऐसा वाकया गगल से सटे एक गांव में सामने आया है।
हुआ यूं कि वीरवार को कुछ युवाओं ने पैसे इकट्ठा कर 800 रुपये में गांव से एक देसी मुर्गा खरीदा। साथ ही जुगाड़ कर शराब की दो बोतल भी खरीदी। मुर्गे को घर की बजाय युवाओं ने खेतों में बनाने की योजना बनाई। सारा सामान लेकर सभी युवा खेतों की ओर चले गए। युवाओं ने मुर्गे को बनाने के लिए कुकर रख दिया। इस दौरान युवाओं की मीट के प्रति उत्सुकता और बढ़ गई। बढ़ती भी क्यों नहीं, कर्फ्यू और लॉकडाउन के कारण बड़ी मुद्दत के बाद मीट खाने को मिलना था। साथ ही मीट के साथ-साथ पैग भी लगने थे। इस दौरान जैसे ही कुकर की सीटी बजनी शुरू हुई तो किसी ने इस बाबत सूचना पुलिस को दे दी। सूचना मिलते ही पुलिस थाना गगल की टीम मौके पर पहुंच गई। पुलिस टीम को देखकर सभी युवा शराब की एक बोतल तो अपने साथ ले गए लेकिन कुकर खेतों में ही रह गया। पुलिस की दस्तक से युवाओं की मीट और शराब पीने की उम्मीदों पर पानी फिर गया और सारा सामान भी वहीं रह गया। यह टीम के लिए यह दावत से कम नहीं था।
.................
दो परिवारों में मारपीट, क्रॉस एफआइआर दर्ज
ज्वालामुखी : पुलिस थाना ज्वालामुखी के तहत बोहण गांव में वीरवार को दो परिवारों में किसी बात पर मारपीट हो गई। दोनों पक्षों ने इस बाबत एक-दूसरे के खिलाफ क्रॉस एफआइआर दर्ज करवाई है।