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पपरोला में झड़प के बाद फार्मेसी प्रशिक्षुओं ने कॉलेज का गेट बंद कर दिया धरना, तनावपूर्ण रहा माहौल

Pharmacy College Students Strike जिला कांगड़ा के पपरोला में सीएम के कार्यक्रम के दौरान फार्मेसी कॉलेज के विद्यार्थियों से हुई झड़प का मामला तूल पकड़ गया।

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Thu, 13 Feb 2020 04:34 PM (IST)Updated: Thu, 13 Feb 2020 04:34 PM (IST)
पपरोला में झड़प के बाद फार्मेसी प्रशिक्षुओं ने कॉलेज का गेट बंद कर दिया धरना, तनावपूर्ण रहा माहौल
पपरोला में झड़प के बाद फार्मेसी प्रशिक्षुओं ने कॉलेज का गेट बंद कर दिया धरना, तनावपूर्ण रहा माहौल

जोगेंद्रनगर, राजेश शर्मा। जिला कांगड़ा के पपरोला में सीएम के कार्यक्रम के दौरान फार्मेसी कॉलेज के विद्यार्थियों से हुई झड़प का मामला तूल पकड़ गया। प्रदेश के एकमात्र जोगेंद्रनगर आयुर्वेदा बीफार्मा कॉलेज के सरकारीकरण की मांग को लेकर प्रशिक्षुआें ने वीरवार को गेट बंद कर धरना शुरू कर दिया। सभी प्रशिक्षुआें ने कक्षाआें का बहिष्कार कर नारेबाजी की आैर कॉलेज के मुख्य गेट को बंद कर सबंधित विभाग आैर सरकार के खिलाफ रोष प्रकट किया।

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इस दौरान कॉलेज परिसर आैर शहर का माहौल तनावपूर्ण बना रहा। प्रशिक्षुआें के गुस्से को लेकर समूचे कॉलेज परिसर में पुलिस का कड़ा पहरा बिठाना पड़ा, जबकि पुलिस की खुफिया एजेंसी भी मौके के हालात की जानकारी पुलिस प्रशासन के उच्चाधिकारियाें को देते रहे। धरने पर उतरे प्रशिक्षुआें का आरोप है कि उन्हें बीते दस सालाें से कॉलेज के सरकारीकरण के नाम से ठगा जा रहा है आैर अब मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद भी कॉलेज को सरकारी दर्जा नहीं मिल पा रहा है, जिससे कॉलेज के सैकड़ाें प्रशिक्षुआें के भविष्य पर तलवार लटकी हुई है।

सोसायटी मोड पर चल रहे कॉलेज में अध्यापकाें की व्यवस्था तक नहीं है, जबकि हजाराें रुपये की फीस वसूली कर सरकारी खजाने को भरा जा रहा है। प्रशिक्षुआें ने अपने उग्र धरने प्रदर्शन में स्थानीय नेताआें को भी कटघरे में खड़ा कर सवाल उठाए हैं आैर मुख्यमंत्री की घोषणा को सिरे न चढ़ने पर प्रदेश के मुख्यमंत्री पर भी निशाना साधा है। वीरवार सुबह 11 बजे शुरू हुए प्रशिक्षुआें के धरने प्रदर्शन का सिलसिला दोपहर करीब साढे़ तीन बजे तक जारी रहा। इस दौरान विभिन्‍न छात्र संगठनों के पदाधिकारी भी मौके पर पहुंचे थे।

पुलिस ने खदेड़े बाहरी तत्व

प्रशिक्षुआें के धरने प्रदर्शन को राजनीतिक रंग देने पहुंचे बाहरी तत्वाें को भी पुलिस ने खदेड़ कर महाविद्यालय के बाहर का रास्ता दिखाया आैर अब एेहतियात के तौर पर महाविद्यालय के मुख्य द्वार पर पुलिस का कड़ा पहरा बिठाया है। महाविद्यालय परिसर में अब प्रशिक्षुआें के अलावा किसी का भी प्रवेश निषेध कर दिया है। इस बारे में महाविद्यालय के प्राचार्य टेक चंद ठाकुर ने स्थानीय पुलिस को लिखित पत्र सौंपकर महाविद्यालय का माहौल बिगाड़ने वाले बाहरी तत्वाें की शिनाख्त कर कड़ी कार्रवाई अमल में लाने की मांग की है।

प्राचार्य आैर पुलिस के आश्वासन के बाद खत्म हुआ धरना

करीब पांच घंटे तक चले प्रशिक्षुआें का उग्र धरना प्रदर्शन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्‍टर टेक चंद ठाकुर के आश्वासन के बाद समाप्त हुआ। उन्हाेंने प्रशिक्षुआें को आश्वस्त करते हुए कहा महाविद्यालय के सरकारीकरण पर सबंधित विभाग आैर प्रदेश सरकार बेहद सजगता से काम कर रही है। महाविद्यालय की आेर से भी आैपचारिकताआें की फाइल प्रेषित कर दी गई है। महाविद्यालय को जल्द ही सरकारीकरण का दर्जा मिलेगा। पुलिस थाने के प्रोवेशनल सब इंस्पेक्टर उधम सिंह, मुख्य आरक्षी विजेंद्र सिंह ने गुस्साए प्रशिक्षुआें को समझाया कि शांतिपूर्ण धरना करना उनका अधिकार है। लेकिन उनके उग्र धरने प्रदर्शन से महाविद्यालय का माहौल बिगड़ता है तो उन्हें भी मजबूरन कानूनी कार्रवाई अमल में लानी पड़ेगी। लिहाजा प्रशिक्षु धरने प्रदर्शन की बजाय अपनी पढ़ाई आैर उज्जवल भविष्य को संवारने के लिए ध्यान केंद्रित करें।

कांगड़ा पुलिस की कार्रवाई पर विफरे प्रशिक्षु

जिला कांगड़ा के बैजनाथा पपरोला में महाविद्यालय के सरकारीकरण पर मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे कॉलेज के प्रशिक्षुआें का आरोप है कि वह मुख्यमंत्री से शिष्टाचार भेंट करने के उद्देश्य से पपरोला पहुंचे थे। लेकिन इस दौरान मौके पर मौजूद पुलिस ने उनके साथ दु‌र्व्यवहार किया। जिससे प्रशिक्षु भड़क उठे आैर माहौल तनावपूर्ण हो गया। उन्हाेंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर भरोसा जताते हुए कहा कि वह अपनी घोषणा को पूरा कर प्रशिक्षुआें के भविष्य को संवारेेंगे।


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