मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन पर पेयजल किल्लत की शिकायतों की बाढ़, 400 लोगों ने की कॉल
CM Seva Sankalp Helpline पांच दिन की तपिश से घरों में लगे नलकों में पानी सूखने लगा है। प्रदेश के सभी क्षेत्रों से पेयजल समस्याओं को लेकर शिकायतें आनी शुरू हो चुकी हैं।
शिमला, जेएनएन। पांच दिन की तपिश से घरों में लगे नलकों में पानी सूखने लगा है। प्रदेश के सभी क्षेत्रों से पेयजल समस्याओं को लेकर शिकायतें आनी शुरू हो चुकी हैं। मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन योजना शिकायतों की बाढ़ आने लगी है। 1100 नंबर पर रोजाना प्राप्त हो रही शिकायतों की संख्या 400 तक पहुंच रही। अभी हिमाचल में गर्मी की शुरुआत भर है और लोग पेयजल को तरसने लगे हैं।
जल शक्ति विभाग की ओर से साफ किया गया है कि पेयजल आपूर्ति के लिए टैंकर लगाने की जरूरत नहीं है, न ही ट्रैक्टरों की मदद से पानी लाने की। इसके स्थान पर जिन स्थानों पर पेयजल किल्लत है वहां दूसरी योजनाओं से पानी की उपलब्धता की जाएगी। इस वर्ष के शुरू में प्रदेश सरकार ने केंद्र को राज्य में चार ब्लॉकों में सूखे जैसे हालात होने की जानकारी दी थी।
प्रदेश में आठ पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं। इनमें मंडी जिले के सुंदरनगर, बग्गी व चौंतड़ा, सोलन जिले में नालागढ़ व धर्मपुर और सिरमौर जिले में पावंटा साहिब और शिलाई में आपूर्ति बाधित हुई है। इस वर्ष के शुरू में प्रदेश सरकार ने केंद्र को अवगत करवाया था कि राज्य के चार ब्लॉकों नाहन, इंदौरा, सोलन और ऊना में भूमिगत जल की कमी सामने आई है। आंकड़ों के आधार पर राज्य के चार ब्लॉक सूखाग्रस्त हैं।
मुझे अभी तक एक-दो फोन आए हैं, जिन्हें तुरंत सुलझा लिया गया। यदि कहीं पर पानी नहीं आ रहा तो समस्या का हल कर रहे हैं । 10325 योजनाओं में पर्याप्त पेयजल मौजूद है। वैसे टैंकर और ट्रैक्टरों से पेयजल की आपूर्ति विभाग नहीं करता है। इसका प्रबंध जिला उपायुक्तों की तरफ से होता है। जहां कमी सामने आई है वहां पर दूसरी योजनाओं से पेयजल उपलब्ध करवाया जा रहा है। -नवीन पुरी, ईएनसी जल शक्ति विभाग।