ठगी का शिकार हुए लोगों ने किया प्रदर्शन
चिटफंड कंपनी पीएसीएल में लाखों-करोड़ों की पूंजी जमा करवाकर ठगी का शिकार हुए लोगों ने प्रदर्शन किया।
जेएनएन, राजा का तालाब (नूरपुर)। चिटफंड कंपनी पीएसीएल में लाखों-करोड़ों की पूंजी जमा करवाकर ठगी का शिकार हुए लोगों ने सोमवार को प्रदर्शन किया। लोगों ने पंजाहड़ा पंचायत में सेबी से आए प्रतिनिधि के समक्ष कंपनी के खिलाफ प्रदर्शन किया।
2004 में उक्त कंपनी के जवाली स्थित कार्यालय में एजेंटों के माध्यम से क्षेत्र के लोगों ने एक अवधि पर एफडी व आरडी के रूप में पैसा लगाया था। लेकिन जैसे ही लोगों की जमा पूंजी की मेच्योरिटी होने लगी, उक्त कंपनी ने पूंजी जमाकर्ताओं से मूल कागजात अपने पास जमा कर मुख्य कार्यालय से स्वीकृति आने के बाद देय पूंजी की अदायगी का भरोसा दिया। लेकिन पूंजी जमाकर्ताओं को उनकी एफडी व आरडी की मेच्योरिटी का काफी समय बीतने के बाद भी उनके रुपयों की अदायगी नहीं हो पाई।
पीडि़त लोगों ने कंपनी के खिलाफ सरकार से अपनी जमा पूंजी की कई बार गुहार भी लगाई। लेकिन छह वर्ष की लंबी अवधि के उपरांत भी लोगों की जमा पूंजी नहीं मिल पाई है। आलम यह है कि कंपनी की धोखाधड़ी का शिकार हुए प्रभावित लोगों को अब दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर होना पड़ रहा है।
उक्त कंपनी की धोखाधड़ी का शिकार हुए क्षेत्र के पीडि़त पुरुषों व महिलाओं में गंगथ के सोमराज, पंजाहड़ा के सतीश कुमार, जोगिंद्र, निर्मला देवी, तलाड़ा के विशंभर, गनोह के सुभाष चंद, दुमाल के तिलक राज, टेकम चंद, कुलदीप, संगीता, तलाड़ा की वीना देवी, रेखा देवी, रक्षा देवी, शकुंतला देवी, निशा, मीना, जुल्फी राम, किशन चंद, उत्तम चंद ने बताया कंपनी के एजेंटों के माध्यम से उन्होंने इसमें एफडी व आरडी के रूप में लाखों की पूंजी लगाई थी। लेकिन अभी तक उनकी जमा राशि वापस नहीं मिल पाई है।
पीडि़त लोगों का कहना है कि नूरपुर, जवाली व फतेहपुर सब डिविजनों के करीब एक लाख लोग उक्त कंपनी की ठगी का शिकार हुए हैं। बहरहाल पीडि़त लोगों की समस्याओं की जानकारी लेने के लिए सेबी से सेक्टर 17-सी चंडीगढ़ से यहां पहुंचे रिसोर्स पर्सन अनिल कुमार ने पंचायत कार्यालय पंजाहड़ा में एकत्रित लोगों को पीएसीएल कंपनी की वेवसाइट व हेल्पलाइन संबंधी जानकारी दी।
रिसोर्स पर्सन ने बताया सेबी ने लोगों की जानकारी के लिए फायनेंशियल अवेयरनेस प्रोग्राम शुरू किया है। इसके तहत लोगों को भारत सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं के तहत निवेश करने के लिए जागरूक किया और भविष्य में ऐसे किसी भी चिटफंड कंपनी में निवेश करने बारे सचेत किया।