बहुत हुआ इंतजार,सरकार खोल दो भोले का दरबार
ऐतिहासिक शिव मंदिर के कपाट पांच महीने से बंद हैं। इस दौरान मंदिर के अंदर पुजारी वर्ग पूजा तो कर रहे हैंलेकिन जनता भोले बाबा के दर्शनों के इंतजार में है
बैजनाथ,मुनीष दीक्षित। ऐतिहासिक शिव मंदिर के कपाट पांच महीने से बंद हैं। इस दौरान मंदिर के अंदर पुजारी वर्ग पूजा तो कर रहे हैं,लेकिन जनता भोले बाबा के दर्शनों के इंतजार में है। मंदिर बंद होने से शिव नगरी की रौनक भी फीकी सी नजर आ रही है। बाजार तो खुले हुए हैं,लेकिन श्रद्धालुओं व पर्यटकों की चहलकदमी के बिना बाजार में वो रंगत नजर नहीं आ रही है,जो पहले आती थी। शिव मंदिर से आने वाली घंटियों की आवाज बंद है,मंदिर के पार्कों में खेलते बच्चों की चहलकदमी गायब है,तो मंदिर के बिना श्रद्धालुओं की कमी से बाजार के दुकानदारों को भी अच्छा खासा नुकसान झेलना पड़ा है।
कुछ दुकानदारों की पूरी आर्थिकी ही मंदिर के सहारे चलती है। बैजनाथ शिव मंदिर के नीचे बिनवा नदी के किनारे खीर गंगा घाट भी स्थापित है। कोरोना के इस दौर में खीर गंगा घाट में रोजाना कई लोग अपने मृत परिजनों की अस्थियां विसर्जित करने आ रहे हैं। खीर गंगा के बाद मंदिर में पूजा करने का भी विधान है। लेकिन सभी को खीर गंगा से ही वापस लौटना पड़ रहा है। कुछ दुकानदार खीर गंगा के किनारे प्रसाद की छोटी दुकानें लगाकर जीवन यापन करने को मजबूर हो गए हैं। ऐसे में अब यहां के लोगों की मांग है कि नियमों के अनुसार मंदिर खोल दिए जाने चाहिए।
क्या कहते हैं मंदिर न्यास सदस्य व लोग
सरकार से हमने भी मांग रखी है कि जब सारी व्यवस्था शुरू कर दी गई है, तो मंदिर के कपाट भी खोल देने चाहिए। मंदिर न्यास इस दौरान शारीरिक दूरी का पूरा पालन करवाएगा। यहां मंदिर में आने जाने के लिए भी अलग रास्तों की व्यवस्था शुरू करवा दी जाएगी।
-अनिल अवस्थी, सदस्य मंदिर न्यास।
शिव मंदिर इस बार सावन माह में भी बंद रहा। अब भी बंद है। सरकार ने निर्णय कुछ सोचकर ही लिया है। लेकिन अब सारी व्यवस्था शुरू करवा दी गई है,तो मंदिर को भी नियमों के अनुसार खोला जा सकता है।
-अटल शर्मा, स्थानीय व्यवसायी।
शिव मंदिर बंद होने से यहां के काफी दुकानदारों को नुकसान तो झेलना पड़ा है। सावन महीने में यहां हर साल रौनक होती थी। इस बार कोरोना के कारण सब बंद रहा। अब बसें व बाजार खोल दिए गए हैं। ऐसे में मंदिर भी खोल देने चाहिए तथा इसके लिए नियम तय कर देने चाहिए।
-मुनीष सूद, व्यवसायी।
शिव मंदिर के कारण यहां काफी पर्यटक पहुंचते थे। लेकिन कोरोना के कारण इस बार यहां के दुकानदारों को खासा नुकसान उठाना पड़ा है। सभी बड़े मंदिरों में सरकारी स्टाफ व सुरक्षा है। ऐसे में इन मंदिरों को खोलने में कोई नुकसान नहीं होगा।
-मिलाप राणा, पूर्व न्यास सदस्य।
बैजनाथ सहित यहां का महाकाल मंदिर व अन्य मंदिर भी श्रद्धालुओं के लिए बंद हैं। सावन माह और उसके बाद अब भादो माह भी निकल गया। इससे यहां के काफी दुकानदारों की पूरी आर्थिकी ही डगमगा गई है।
-राजू, स्थानीय निवासी।
अब स्थिति काफी सामान्य हो रही है। लोग खुद नियमों का पालन कर रहे हैं। ऐसे में अब मंदिर खोल देने चाहिए तथा इसके लिए हर मंदिर के हिसाब से नियम बना दिए जाने चाहिए।
-अश्वनी डोगरा, व्यवसायी।
जैसे ही सरकार की तरफ से आदेश आते हैं। उसके अनुसार मंदिर खोल दिए जाएंगे। हमने पहले भी मंदिर के कर्मचारियों को कोरोना से बचाव बारे जरूरी दिशा निर्देश दिए हैं। जैसे ही आदेश आएंगे मंदिर कपाट खोलने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
-छवि नांटा, एसडीएम बैजनाथ।