Move to Jagran APP

पापा की पहल प्रदूषण रोकथाम के लिए बनेगी मिसाल

पॉल्यूशन अबेट‍िंग प्लांट्स अभियान (पापा) अब जन अभियान बनेगा। इसके जरिये प्रदेश के सर्वाधिक प्रदूषित आठ शहरों की आबोहवा शुद्व की जाएगी।

By Edited By: Published: Fri, 14 Dec 2018 08:17 PM (IST)Updated: Sat, 15 Dec 2018 11:33 AM (IST)
पापा की पहल प्रदूषण रोकथाम के लिए बनेगी मिसाल
पापा की पहल प्रदूषण रोकथाम के लिए बनेगी मिसाल

रमेश स‍िंगटा, धर्मशाला। पॉल्यूशन अबेट‍िंग प्लांट्स अभियान (पापा) अब जन अभियान बनेगा। यह पहल प्रदूषण रोकथाम के लिए मिसाल बनेगी। इसके जरिए प्रदेश के सर्वाधिक प्रदूषित सात शहरों की हवा शुद्ध की जाएगी। इसमें इन शहरों से लगते गांवों के लोगों को भी जोड़ा जाएगा। इसकी शुरुआत पांच जून को हुई थी। इसके तहत औषधीय गुणों वाली 27 प्रजातियों के 1.60 लाख पौधे रोपे जाएंगे। इनके अलावा 18 प्रजातियों के 1260 आउटडोर पौधे लगाए जाएंगे। अकेले सुंदरनगर में ही 6436 वायुशोधक पौधे रोपे जाएंगे।

loksabha election banner

सदन में उठा मामला शुक्रवार को सुंदरनगर के विधायक राकेश जम्वाल ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के माध्यम से आठ शहरों के प्रदूषण का मामला प्रमुखता से उठाया। उन्होंने सुंदरनगर शहर को प्रदूषित शहर की सूची में रखे जाने पर चिंता जताई। जबकि वहां कोई उद्योग नहीं हैं। सर्वेक्षण 2011 और 2015 के बीच किया गया था। विधायक ने दोबारा सैंपल लेने का आग्रह किया।

रोग भी भगाएंगे पौधे : यह अभियान वायु प्रदूषण ही नहीं रोकेगा बल्कि कई रोग भी भगाएगा। इस अनूठी मुहिम के जरिए अस्थमा, फेफड़ों से संबंधित रोगों, मधुमेह व असामायिक मौतों से भी बचाव होगा। राजधानी शिमला में भी ऐसे पौधे रोपे गए हैं। इनसे यहां की वायु शुद्ध होने के साथ ऑक्सीजन की मात्रा में भी बढ़ोतरी होगी। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड शिमला में राज्य सचिवालय की हवा को साफ करने की पहल कर दी। स्नेक प्लांट ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाएगा। स्पाइडर प्लांट डस्ट एलर्जी से रोकथाम करेगा। इसके अलावा घृतकुमारी, एरेका पाम, बांस पाम, चांदनी, चाइनीज सदाबहार, गुलदाउदी, वॉर्नक ड्रेसेनागेरबेजा डेजी, गोल्डन पोथोस, लिली, फिलोड्रेंड्रन, रेड एज्ड ड्रेसेना, रेफिस पाम, रबर प्लांट, स्नेक प्लांट, स्पाइडर प्लांट, वीप‍िंग फिग जैसे इनडोर पौधे लगाए गए।

इन प्रजातियों के पौधे रोपे जाएंगे
अभियान के तहत 27 प्रजातियों के पौधे रोपे जाएंगे। इसमें पीपल, बरगद, अर्जुन, बहेड़ा, जामुन, सिरिस, नीम, मुस्की कपूर, महानीम, करंज, बेल, कचनार, अमलतास, आंवला, सुहानजन, हर¨सगार, चाइना रोज, जटरोपा, पीत कनेर, सफेद चमेली, रात की रानी, कपूर तुलसी, घृतकुमारी, स्पाइडर प्लांट, रोजमेरी, कड़ी पत्ता व बसूंटी शामिल हैं। दूसरे चरण में स्पाइडर प्लांट, गोल्डन पोथोस, पीस लिल्ली, चाइनीज सदाबहार, घृतकुमारी, गेरबेरा जेड़ी, गुलदाउदी, इंग्लिश आइवी, स्नेक प्लांट, रेफिस पाम, एरेका पाम पौधे घर के अंदर लगाए जाएंगे। 

ये हैं सात शहर
हिमाचल के बद्दी, नालागढ़, परवाणू, कालाअंब, पांवटा, सुंदरनगर व डमटाल में वायु प्रदूषण ज्यादा है। आइआटी कानपुर और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्ययन में ये शहर वायु की गुणवत्ता मानकों में खरे नहीं उतरे हें।

प्रदेश के कई शहरों में धूल कण की मात्रा बढ़ गई है। वाहनों की तादाद में भी भारी बढ़ोतरी हुई है। अब पापा अभियान से पौधे रोपे जाएंगे। इसे जन अभियान का रूप दिया जाएगा। इनमें एकीकृत रोकथाम योजना चलाई जाएगी। वायु शोधक पौधे रोपे जाएंगे। सुंदरनगर में तो 13 पार्को में ऐसा होगा। समाज को सजग होने की जरूरत है। -जयराम ठाकुर, मुख्यमंत्री।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.