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बचपन में ही आरएसएस से जुड़ गए थे पूर्व भाजपा प्रदेश अध्‍यक्ष पंडित जयकिशन

भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं अध्यक्ष रहे पंडित जयकिशन शर्मा बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गए थे।

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Wed, 11 Sep 2019 02:52 PM (IST)Updated: Wed, 11 Sep 2019 02:52 PM (IST)
बचपन में ही आरएसएस से जुड़ गए थे पूर्व भाजपा प्रदेश अध्‍यक्ष पंडित जयकिशन

ऊना, जेएनएन। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं अध्यक्ष रहे पंडित जयकिशन शर्मा बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गए थे। यही वजह रही कि उन्होंने पूरी उम्र समाजसेवक के तौर पर काम किया। उनका जन्म 11 फरवरी 1943 को हरोली हलके के दुलैहड़ में ननिहाल में हुआ था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा ननिहाल में ही हुई। उसके बाद उनकी पढ़ाई जालंधर में भी हुई, जहां वह किसी रिश्तेदार के पास रहते थे। उन्होंने बचपन से ही आरएसएस की शाखा में जाना शुरू कर दिया था। वहीं से उनमें समाजसेवा और देशप्रेम का जज्बा पैदा हुआ। पढ़ाई पूरी करने के बाद आरएसएस के प्रचारक बने। वह छह साल तक आतंकवाद प्रभावित गुरदासपुर में राष्ट्र भक्ति के लिए सक्रिय रहे। उन्होंने फतेहगढ़ चूडिय़ां में स्कूल भी खोला। 1973 में आरती शर्मा से शादी हुई और उनके तीन बच्चे हैं।

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जयकिशन शर्मा हरोली गांव में आए और यहां भी स्कूल चलाया। वह गांव के प्रधान बने। उसके बाद सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय रहने के साथ ही 1998 में विधायक बने। उस समय उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी पं. ओंकार शर्मा को पराजित किया था। इसके बाद साल 2000 में भाजपा अध्यक्ष बने। उसके अगले विधानसभा चुनाव में 2003 वह कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश अग्निहोत्री से हार गए। इसकी वजह यह रही कि भाजपा की टिकट न मिलने से नाराज जगरूप सिंह (दिवंगत) निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतर आए थे। 2008 में जयकिशन शर्मा कार से अमृतसर जा रहे थे तो उस सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उसके बाद से वह चलने में पूर्ण रूप से असमर्थ थे। शुक्रवार को घर में बिस्तर से गिरने की वजह से उन्हें चोट लग गई थी। मंगलवार को तबीयत बिगडऩे पर उन्हें जालंधर ले जाया गया, जहां पर उन्होंने अंतिम सांस ली।

धूमल बोले, मैंने सच्चा मित्र खो दिया

पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने पंडित जयकिशन शर्मा के निधन पर गहरी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। पं. जयकिशन शर्मा को धूमल ने अपना मित्र बताते हुए कहा कि यह क्षति कभी पूरी नहीं हो सकती। वह सच्चे और इमानदार नेता के तौर पर जाने जाएंगे। उन्होंने पार्टी के लिए बेहतरीन कार्य भी किया है। पं. जयकिशन शर्मा सदैव हम सब के बीच अपनी यादों के साथ रहेंगे। धूमल ने कहा उन्होंने आज एक सच्चा मित्र खो दिया है।

वहीं मंत्री वीरेंद्र कंवर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सत्ती, सांसद अनुराग ठाकुर, विधायक बलवीर चौधरी, विधायक राजेश ठाकुर, भाजपा मीडिया प्रभारी हरिओम भनोट और प्रो. राम कुमार शर्मा ने भी पूर्व भाजपाध्यक्ष एवं विधायक रहे पं. जयकिशन शर्मा के निधन को पार्टी के लिए अपूर्णीय क्षति बताया है।

नेता प्रतिपक्ष ने भी जताया शोक

नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने भी पूर्व विधायक के निधन पर गहरी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। उन्होंने कहा कि पं. जयकिशन शर्मा ने हरोली क्षेत्र के विकास के लिए जो योगदान दिया है उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। उनका मार्गदर्शन व नीतियां हम सबके लिए आगे बढऩे का कार्य करती रही हैं। हरोली क्षेत्र के सम्मान को भाजपा के राज्य अध्यक्ष रहे पं. जयकिशन शर्मा ने ऊंचा किया था। हरोली हलके की जनता उन्हें आज भी विकास कार्यों के लिए याद करती है। उन्होंने भगवान से दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर शोक संतप्त परिवार के साथ अपनी गहरी संवेदना जताई हैं।


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