पंचरुखी की लदोह पंचायत में कूड़ा संयंत्र स्थापित करने के लिए जनप्रतिनधि दोफाड़, सरकार ने दिया 65 लाख बजट
Panchrukhi Block Ladoh Panchayatपंचरुखी ब्लाॅक की पंचायत लदोह में कूड़ा संयंत्र लगाने के लिए सरकार ने तो 65 लाख रुपये का प्रावधान कर दिया। जैसे कूड़ा संयंत्र लगाने के लिए काम शुरू होने के दिन नजदीक आ रहे हैं पंचायत लदोह ही दो फाड़ हो गई है।
पंचरुखी, संवाद सूत्र। Panchrukhi Block Ladoh Panchayat, पंचरुखी ब्लाॅक की पंचायत लदोह में कूड़ा संयंत्र लगाने के लिए सरकार ने तो 65 लाख रुपये का प्रावधान कर दिया। जिसमें पंचरुखी के बीडीओ राजेश्वर भाटिया और पंचायत प्रधान अनीता देवी ने कूड़ा संयंत्र लगाने के लिए चिन्हित भूमि को लेकर सभी विभागों की एनओसी लेकर काम शुरू करने के लिए शर्त भी जारी कर दी है। जैसे कूड़ा संयंत्र लगाने के लिए काम शुरू होने के दिन नजदीक आ रहे हैं पंचायत लदोह ही दो फाड़ हो गई है।
कूड़ा संयंत्र लगाने के लिए प्रधान और कुछ वार्ड सदस्य तैयार हैं ताकि गंदगी से निजात मिले और कुछ लोगों को रोजगार का साधन भी बने। लेकिन लदोह पंचायत के उपप्रधान राजू चौधरी सहित दो वार्ड पंच और ग्रामीण विरोध में उतर आए हैं। जिसके चलते अब पंचायत में ही आपसी खींचतान शुरू हो गई है।
जिस जगह पर कूड़ा संयंत्र लगाने के लिए लोगों में विरोध हुआ था तो पंचरुखी बीडीओ राजेश्वर भाटिया ने वहीं के आसपास के लोगों को पालमपुर में लगे कूड़ा संयंत्र का दौरा करवा कर लोगों को जागरूक किया था। तब लोग तैयार भी हो गए थे। लेकिन जैसे समय बीता अब कुछ लोग ओर पंचायत प्रतिनिधि विरोध करने लगे हैं।
यह बोले बीडीओ राजेश्वर भाटिया
पंचरुखी के बीडीओ राजेश्वर भाटिया ने बताया कूड़ा संयंत्र लगाने के लिए जमीन मिल चुकी है, सारी तैयारियां हो चुकी हैं। कूड़ा संयंत्र लगेगा ही, इसे कोई नहीं रोक सकता। बस अब काम लगने भर की देरी है। जिसका लाभ पंचरुखी ओर उसकी आसपास की पंचायतों को मिलेगा।
यह बोलीं पंचायत प्रधान
उधर पंचायत प्रधान अनीता देवी ने बताया कूड़ा संयंत्र लगाने के लिए पंचरुखी ब्लाक से पैसों की शर्त रखी है। पैसे मिलते ही काम चलेगा। विरोध करना कोई समस्या का हल नहीं है।
उपप्रधान बोले, नहीं लगने देंगे कूड़ा संयंत्र
लदोह पंचायत के उपप्रधान राजू चौधरी ने बताया वह गांव ठाकुरद्वारा में कूड़ा संयंत्र नहीं लगने देंगे। लोग विरोध कर रहे हैं ओर वह भी लोगों के साथ ही चलेंगे। लोगों के अनुसार सरकार यहां खेल मैदान बनाए तो बेहतर होगा, लोग खेल मैदान के लिए तैयार हैं, जबकि कूड़ा संयंत्र के लिए पहले भी विरोध हुआ है और आगे भी जैसे लोग कहेंगे वैसे होगा।