फिर गरमाया नगर परिषद के विस्तारीकरण का मुद्दा, इस बार प्रबुद्ध लोगों ने उठाई नगर निगम की मांग
Palampur City नगर परिषद पालमपुर के विस्तारीकरण का मुद्दा फिर गरमाने लगा है। पहले भी कई बार नगर परिषद के विस्तारीकरण की मांग की जाती रही है।
पालमपुर, शारदा आनंद गौतम। नगर परिषद पालमपुर के विस्तारीकरण का मुद्दा फिर गरमाने लगा है। पहले भी कई बार नगर परिषद के विस्तारीकरण की मांग की जाती रही है। अब नगर निगम की मांग को प्रबुद्ध लोगों ने उठाया है। इस मुद्दे पर समाजसेवी प्रवीण शर्मा भूख हड़ताल पर बैठकर प्रदर्शन की चेतावनी दे चुके हैं। वहीं, अब अन्य समाजिक संगठनों ने एकजुट होकर प्रस्ताव पारित कर मुख्यमंत्री को भिजवाया है। नगर परिषद पालमपुर में सात वार्ड हैं। नगर में आबादी करीब साढ़े तीन हजार है। घुग्घर, आईमा, लोहना व मुहाल होल्टा इसके बिल्कुल साथ सटी पंचायतें हैं जहां आबादी दस हजार को पार कर रही है।
बंदला, खलेट, राजपुर, बनघियार, मारंडा, चौकी, टांडा, विंद्रावन, भरमात आदि पंचायतों से लोग पालमपुर में रोजमर्रा की वस्तुएं खरीदने आते है। पंचायतों में बनाई गई नई कॉलोनियों में रहने वाले लोगों का कहना है कि उनके क्षेत्रों में सुविधाएं नहीं हैं। सड़कों पर अंधेरा रहता है और सीवरेज की सुविधा नहीं है। साफ सफाई की कोई व्यवस्था नहीं है। ऐसे में इन पंचायतों को नगर निगम में शामिल करना चाहिए।
क्या कहते हैं स्थानीय लोग
नगर निगम बनाने में कोई आपत्ति नहीं पर निगम के अनुरूप कार्यों की प्राथमिकता क्या होगी? विकास की रूपरेखा क्या है? टीसीपी विभाग ने गांवों और शहर के विकास का खाका तैयार किया है। यह अलग बात है कि उसे अमलीजामा आज दिन तक नहीं पहनाया गया। -आदर्श सूद, अधिवक्ता पालमपुर।
करीब दो दशक से पालमपुर को नगर निगम बनाए जाने की मांग की जा रही है। नगर परिषद पालमपुर को नगर निगम बनाया जाना चाहिए। पंचायतों में रहने वाले लोगों को सुविधाओं की दरकार है। जब नगर निगम बनेगा तो उसके मुताबिक ढांचागत सुविधाएं मिलेंगी। -नीलम सूद, पीपल्स वायस संस्था।
नगर परिषद पालमपुर का दायरा बहुत सीमित है। आसपास की पंचायतों का दबाव सीधे नगर में पड़ता है। हम लंबे समय से नगर परिषद को नगर निगम बनाने की मांग सरकार से कर रहे हैं। -डॉ. ममता शर्मा, पूर्व पार्षद, नगर परिषद पालमपुर।