पुरानी पेंशन योजना की बहाली के लिए जारी रहेगा संघर्ष
कर्मचारी संघर्ष मोर्चा ने भारत सरकार की ओर से पुरानी पेंशन व्यवस्था को बहाल न करने और सिर्फ एनपीएस ही लागू करने के निर्णय पर चिता जताई है। उन्होंने बताया कि सरकार ने कम्रचारियों को धोखे में न रखते हुए जीपीएफ सिस्टम को पुन लागू करने से साफ मनाही कर दी है।
संवाद सहयोगी, पालमपुर : कर्मचारी संघर्ष मोर्चा ने पुरानी पेंशन योजना को बहाल न करने और नई पेंशन योजना को लागू करने निर्णय पर चिता जताई है। संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष प्रवीण कुमार, महासचिव अरुण कानूनगो, वरिष्ठ सलाहकार भारत भूषण, जल आपूर्ति व स्वास्थ्य विभाग अध्यक्ष एलडी चौहान, एनपीएस महासंघ सलाहकार राजिद्र स्वदेशी, चरणजीत सिंह संधू, शैलेंद्र सूद, अनिल पटियाल, कपिल राज, नविता ठाकुर, निरुपमा मिश्रा, सुषमा कुमारी, रीता डोगरा, कुलदीप चंद, बलदेव सिंह, नीलम देवी, पूनम, अंजुबाला, संजीव मंगोत्रा, सुभाष शर्मा, राजिद्र मिन्हास, मनदीप सिपहिया, दिनेश पठानिया ने कहा कि सरकार ने कर्मचारियों को धोखे में न रखते हुए जीपीएफ सिस्टम को दोबारा लागू करने से मनाही कर दी है। संघर्ष मोर्चा ने केंद्र व प्रदेश सरकार से एनपीएस सिस्टम को भी बंद करने की अधिसूचना जल्द जारी करने की मांग की है क्योंकि कर्मचारी एनपीएस को पसंद नहीं करते हैं और कोई भी स्कीम जबरदस्ती न थोपे जाने का आग्रह कर रहे हैं। इस स्कीम के तहत कंपनी उनके पैसे से 10 गुणा से भी ज्यादा लाभांश कमा रही है जबकि उन्हें मात्र छह फीसद लाभांश साधारण ब्याज पर दिया जा रहा है। अगर पुरानी पेंशन योजना नहीं देनी है, तो एनपीएस को भी बंद कर दिया जाए। पुरानी पेंशन बहाली के लिए कर्मचारियों का संघर्ष जारी रहेगा और इसके लिए कोई भी कुर्बानी देने के लिए कर्मचारी तैयार हैं।